पवन सिंह से टक्कर पर क्या बोल गए उपेंद्र कुशवाहा
पटना। भोजपुरी फिल्मों के अभिनेता, गायक और पावर स्टार के नाम से चर्चित पवन सिंह ने जैसे ही इस बात का घोषणा किया है कि वो काराकाट लोकसभा से चुनाव लड़ेंगे, काराकाट में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। बताया जा रहा है कि पवन सिंह के मैदान में उतरने से एनडीए उम्मीदवार और RLM के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा को बड़ा झटका लग सकता है लेकिन जब इस बारे में उपेन्द्र कुशवाह से प्रश्न पूछा गया तो उन्होंने जो कहा वो तेजी से वायरल हो रहा है।
उपेन्द्र कुशवाहा ने पवन सिंह के कारकाट लोकसभा में चुनाव लड़ने पर बोला कि इससे क्या फर्क पड़ता है कि कौन चुनाव लड़ता है, नहीं लड़ता है। पवन सिंह लड़ें या कोई और लड़े, जिसे पीएम मोदी का आशीर्वाद मिला हो, उनका हाथ मेरे सिर पर है त दुनिया की कोई ताकत नहीं है जो मुझे जीतने से रोक दे। मैं काराकाट से जनता के आशीर्वाद से और भारी वोटों के अंतर से चुनाव जीतूंगा। दरअसल कारकाट में मुक़ाबला एनडीए उम्मीदवार के तौर पर उपेन्द्र कुशवाहा और सीपीआई माले उम्मीदवार राजाराम सिंह के बीच है।
इसी बीच पवन सिंह ने X पर पोस्ट कर घोषणा कर दिया कि वो निर्दलीय काराकाट से चुनाव लड़ेंगे, जिसके बाद मुद्दा गर्म हो गया है। दरअसल पवन सिंह के चुनाव लड़ने से एनडीए के वोटर माने जाने वाले राजपूतों के बिखरने की आशा जताई जा रही है, जिनमें पवन सिंह की अच्छी पकड़ मानी जाती है। इसका सीधा हानि उपेन्द्र कुशवाहा को हो सकता है क्योंकि उपेन्द्र कुशवाहा और राजाराम सिंह (माले उम्मीदवार) दोनों कुशवाहा समाज से आते हैं, ऐसे में काराकाट में राजपूत वोटरों की अहमियत काफी बढ़ जाती है।
सूत्र बताते हैं कि पवन सिंह को मनाने की प्रयास तेज कर दी गई है और एनडीए को आशा है कि पवन सिंह आखिरी तक मान जाएंगे, जिसके बाद उपेन्द्र कुशवाहा को बड़ी राहत मिल सकती है लेकिन यदि ऐसा नहीं होता है तो इसका हानि भी उपेन्द्र कुशवाहा को उठाना पड़ सकता है। मालूम हो कि पवन सिंह के बारे में चर्चा थी कि वो आरा से चुनाव लड़ सकते हैं। इसे लेकर उन्होंने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात भी की थी लेकिन बात नहीं बनी।
आरा से आरके सिंह को बीजेपी का टिकट मिल गया लेकिन उसके बाद बंगाल के आसनसोल से भाजपा ने पवन सिंह को चुनाव लड़ने का निर्देश दिया लेकिन कुछ दिन बाद ही पवन सिंह ने आसनसोल से चुनाव लड़ने से मना कर दिया था, जिससे काफी सियासी हलचल भी हुई थी। पवन यदि काराकाट सीट से चुनावी मैदान में आते हैं तो मुकाबला काफी रोचक और टफ होगा।