सीआईएफएस का जवान निकला स्वर्ण जेवरात की लूट का आरोपी
उदयपुर. शहर के भूपालपुरा थाना क्षेत्र स्थित जैनम ज्वैलर्स के मालिक व्यवसायी अनिल जैन की मर्डर और 80 लाख रुपए से अधिक मूल्य के स्वर्ण जेवरात की लूट का आरोपी सीआईएफएस का जवान निकला. उसने गुरुवार दिनदहाड़े अपने अन्य दो साथियों के साथ मिलकर लूट और मर्डर की घटना को अंजाम दिया था, जिनकी तलाश जारी है, जबकि इस आरोपी को लोगों ने पकड़ लिया था.
मिली जानकारी के मुताबिक मर्डर और लूट के आरोपी की पहचान रोहतक हरियाणा निवासी विकास चौधरी के रूप में हुई है, जबकि उसके अन्य दो साथियों की भी पहचान हो चुकी है. जो संदीप और आशीष बताए जा रहे हैं. पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने कहा कि आरोपी विकास चौधरी सीआईएफएस का जवान है और बॉम्बे पोर्ट पर उसकी पोस्टिंग है. वह पिछले दिनों छुट्टी लेकर आया था. घटना के बाद संदीप और आशीष फरार होने में सफल रहे, किन्तु लोगों की भीड़ ने विकास चौधरी को पकड़ लिया था.
तीनों लुटेरे आपस में दोस्तः
पुलिस अधीक्षक गोयल ने कहा कि लूट और मर्डर के तीनों लुटेरे आपस में दोस्त हैं. तीनों ने मिलकर ज्वेलरी के शोरूम में लूट की षड्यंत्र रची थी. पिछले एक महीने से वह भिन्न-भिन्न शहरों में घूमकर रैकी कर रहे थे. उन्होंने लूट के लिए मैन रोड के शोरूम देखे थे, ताकि वह सरलता से फरार हो जाएं. लुटेरे चित्तौड़गढ़ भी गए थे लेकिन उदयपुर में घूमते समय उन्हें भूपालपुरा क्षेत्र के अशोकनगर स्थित जैनम ज्वैलरी शोरूम पर नजर पड़ गई. जहां ना तो गार्ड था और ना ही शोरूम में अधिक विक्रेता.
एक दिन में बना ली लूट की योजनाः
बताया गया कि तीनों बुधवार को उदयपुर आए थे. उन्होंने दुकान की रैकी तथा एक दिन में लूट की घटना को अंजाम देने की योजना तैयार कर ली. तीनों के पास देशी पिस्टल और रिवाल्वर थीं. सीआईएफएस का जवान होने पर उसे हथियार चलाने का पूरा अनुभव था. तीनों शोरूम में घुसे तथा हथियार दिखाकर ज्वैलरी समेटना प्रारम्भ कर दिया. जब शोरूम मालिक ने जब विरोध किया तो उसके साथ हाथापाई की तथा गला घोंटकर उसकी जान ले ली. समेटी ज्वैलरी को बैग में भरा और पैदल ही रवाना हो गए.