प्रयागराज में गर्मी का कहर, संगम नगरी के घाट बने पिकनिक स्पॉट
प्रयागराज को हिंदुस्तान के सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में एक माना माना जाता है। यहां तीन नदियों- गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का संगम है। प्रयागराज गर्मियों में पर्यटकों से गुलजार रहता है। यहां पर न केवल राष्ट्र के कोने -कोने से बल्कि दूसरे राष्ट्रों से भी पर्यटक आते हैं। यदि आप भी इस वर्ष गर्मियों की छुट्टियां मनाने के लिए प्रयागराज आ रहे हैं, तो संगम पर घूम कर अपनी छुट्टियों को यादगार बना सकते हैं।
प्रयागराज में इन दिनों सूरज के तेवर सातवें आसमान पर हैं। लगातार बढ़ती गर्मी से जनमानस परेशान भी है। यही कारण है कि संगम घाट पर आजकल पर्यटकों की भीड़ भारी रहती है। गर्मी से राहत पाने के लिए लोग घंटों-घंटों पानी में समय बिताना पसंद कर रहे हैं। खास बात यह भी है कि इनमें सबसे अधिक भागीदारी युवाओं की रहती है।
कहां है सुसाइड पिलर?
संगम घाट, वीआईपी घाट से नाव मिलती है। यहां से मिलने वाली नाव पर्यटकों को लगभग 2 से 3 किलोमीटर तक की यात्रा करवाती है। इस लंबी दूरी की सवारी में लोग नदी के बीच में फोटो खिंचवाना खूब पसंद करते हैं। यमुना जी से दिखने वाला नैनी ब्रिज का दृश्य काफी मनोरम होता है। खासकर शाम के समय जब सूर्यास्त होता है। यमुना की शांत लहरों में नाविक पर्यटकों को यमुना से जुड़ी कहानी सुनाते हैं इसके साथ ही यमुना पर बने नए यमुना ब्रिज की उसे सुसाइड पिलर की कहानी भी बताते हैं जहां से कूदने के बाद कोई बचता नहीं।
नाव पर इन बातों का रखें ध्यान
नाव से वीआईपी घाट से संगम तक का किराया 150 रुपए है। किला घाट से भी यही दर होता है। संगम में बिना लाइफ जैकेट के नाव की सवारी न करें। जल पुलिस पर्यटकों की सुरक्षा के लिए गंगा-यमुना में चक्कर लगाती रहती है साथ ही नाविकों के साथ ही पर्यटकों का भी चालान करती है। हादसा की स्थिति में लाइफ जैकेट के साथ आदमी 24 घंटे तक नदी में जीवित रह सकता है