उत्तर प्रदेश

पल्लवी पटेल ने सपा अखिलेश यादव की तुलना की सिराजुद्दौला के सेनापति मीर जाफर से…

यूपी news : अपना दल कमेरावादी नेता और समाजवादी पार्टी सिंबल से चुनाव लड़कर विधायक बनीं पल्लवी पटेल अब अखिलेश यादव से अपना नाता तोड़ चुकी हैं. कुछ समय पहले असुदुद्दीन ओवैसी के पार्टी एआईएमआईएम के साथ गठबंधन करते हुए पीडीएम मोर्चे बनाया है, जिसे वे अब तीसरे मोर्चे के रूप में देख रही हैं. पल्लवी ने समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव की तुलना सिराजुद्दौला के सेनापति मीर जाफर से करते हुए बोला है कि वे मुसलमान हितैषी नहीं हैं, वे मुसलमानों पर हो रहे अत्याचारों पर मुंह बंद रखते हैं.

पुलिस कस्टडी में हुए माफिया अतीक अहमद की मर्डर पर उन्होंने एक शब्द नहीं बोला. अतीक अहमद माफिया और क्रिमिनल होने के साथ एक राजनेता थे, इसलिए अखिलेश यादव को कहना चाहिए था.  पल्लवी पटेल फूलपुर और इलाहाबाद लोकसभा सीटों पर पीडीएम प्रत्याशियों के नामांकन में शामिल होने आई थीं. इस दौरान उन्होंने इण्डिया गठबंधन पर हमलावर होते हुए मुसलमानों की उपेक्षा का इल्जाम लगाया है.

अखिलेश यादव को की तुलना सिराजुद्दौला के सेनापति मीर जाफर से करते हुए बोला कि जिस तरह से मुसलमान पर अत्याचार हो रहे थे उनके जुबान सिली हुई थी, उसी तरह मुसलमानों के हमदर्द अखिलेश यादव मुसलमानों पर हो रहे अत्याचार को चुपचाप देखते रहे पर कुछ कहे ही नहीं. अतीक अहमद की पुलिस कस्टडी में मृत्यु पर भी उनके मुंह से एक शब्द भी नहीं निकला था जबकि अतीक एक क्रिमिनल होने के जुझारू नेता भी थे. उन्होंने हमेशा पिछड़े, दलित और मुसलमानों को आगे ले जाने की जंग दिलोजान से लड़ी थी. जीरो टॉलरेंस की बात करने वाली गवर्नमेंट में यह सब कुछ होना निंदनीय है.

पल्लवी ने बोला कि इण्डिया गठबंधन से जुड़े नेताओं की दोहरी मानसिकता साफ दिखाई देती है. इन्होंने मुसलमानों को वोट देने वाली मुर्गी समझा हुआ है. वे चाहते हैं कि मुस्लिम उनको वोट देकर सत्ता तक ले जाएं, लेकिन आवश्यकता पड़ने पर वे मुसलमानों के साथ खड़े न हों, मुसलमानों के अधिकार के लिए लड़े नहीं.

मीडिया से वार्ता के दौरान पल्लवी पटेल का माफिया अतीक अहमद के लिए भरपूर दर्द झलकता दिखाई दिया. उन्होंने बोला कि सिक्के के दो पहलू होते हैं, उसी तरह अतीक अहमद के दो पक्ष भी हमारे सामने आते हैं, पहला न्यायालय ने कुछ मामलों में अतीक को सजा सुनाई, अतीक क्रिमिनल साबित हुए जबकि दूसरे पहलू में जनता के भरपूर समर्थन और प्यार चलते वह कई बार विधायक और सांसद भी चुने गए थे.

पुलिस कस्टडी में जिस तरह से अतीक अहमद को मृत्यु के घाट उतारा गया, उससे दलित और मुसलमान समाज आहत हुआ है. ऐसे में मुसलमानों और दलित को केवल वोट बैंक समझने वालों को जबाव दैने के लिए असुदुद्दीन ओवैसी और अपना दल ने हाथ मिलाते हुए पीडीएम मोर्चा तैयार किया है, जो आपके लिए लड़ेगा. उन्होंने मुसलमानों को सचेत करते हुए आग्रह किया कि अपने बेहतर भविष्य की तरफ बढ़ो. अब समय आ गया है कि आप लोग किसी की दरी बिछाने तक सीमित मत रहो, बल्कि अब अधिकार की जंग लड़ने के लिए स्वयं को तैयार करके मैदान में उतर जाएं.

Related Articles

Back to top button