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बटलर ने मैच फिनिशर एमएस धोनी और चेज मास्टर विराट कोहली का क्यों किया जिक्र…

कोलकाता नाइट राइडर्स के विरुद्ध राजस्थान रॉयल्स के ओपनर जोस बटलर प्लेइंग इलेवन में नहीं थे. टीम ने उनको इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर उतारा, क्योंकि उनको कुछ चोट लगी थी. पिछले मैच में वे खेले नहीं थे और इस मैच में इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में खेले. हालांकि, उनका इम्पैक्ट इस मैच में सबसे अधिक रहा, क्योंकि उन्होंने शतक जड़कर राजस्थान रॉयल्स को ऐतिहासिक जीत दिलाई. केकेआर के विरुद्ध शतक जड़कर मैच जिताने के लिए उनको प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिला और इस दौरान उन्होंने सबसे बड़े मैच फिनिशर एमएस धोनी और चेज मास्टर विराट कोहली का जिक्र किया.

प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड हासिल करने के बाद पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन सेरेमनी में जोस बटलर ने कहा, “विश्वास रखना, आज यही वास्तविक कुंजी थी. कई बार ऐसा लगा कि मैं लय के लिए थोड़ा संघर्ष कर रहा हूं. दरअसल मैं गोल्फ देख रहा था और मैंने मैक्स होम्स नाम के एक आदमी को देखा. जब भी नकारात्मक विचार आते हैं तो मैं एकदम उल्टा सोचता हूं और सपने देखने का साहस करता हूं. इसी ने मुझे आगे बढ़ाया. कभी-कभी आप निराश महसूस करते हैं या आप स्वयं से प्रश्न कर रहे होते हैं. मैं स्वयं को समझाने की प्रयास कर रहा था कि सब ठीक है, चलते रहो, तुम अपनी लय वापस पा लोगे और शांत रहने की प्रयास करो.

बटलर ने आगे धोनी और विराट को लेकर कहा, “पूरे इंडियन प्रीमियर लीग में कई बार आपने अजीब चीजें होते देखी होंगी. धोनी और कोहली जैसे लोग, जिस तरह से वे आखिर तक टिके रहते हैं और विश्वास बनाए रखते हैं, आपने इसे इंडियन प्रीमियर लीग में कई बार देखा है और मैं भी ऐसा ही करने की प्रयास कर रहा था. यह कुछ ऐसा है जो कुमार संगकारा ने मुझे बहुत कहा है – हमेशा एक छोटा सा ब्रेकिंग पॉइंट होता है. जब आप अपना सर्वश्रेष्ठ महसूस नहीं कर रहे हों तो सबसे बुरी चीज जो आप कर सकते हैं वह है उससे लड़ना और मामले को तूल देने की प्रयास करना और अपना विकेट गंवा देना.

उन्होंने आगे बताया, “संगकारा बस मुझे वहां रुकने के लिए कहते हैं. उनका मानना होता है कि किसी बिंदु पर गति बदल जाएगी या आप अपनी लय पा लोगे या एक शॉट आपको आगे बढ़ने पर विवश कर देगा. पिछले कुछ सालों में यह मेरे खेल का एक बड़ा हिस्सा रहा है – पाठ्यक्रम पर बने रहने की प्रयास करें और मेरे रास्ते में ना आएं.” बटलर के लिए क्या ये उनकी सबसे बड़ी इंडियन प्रीमियर लीग पारी थी? इस पर उन्होंने कहा, “मैं ऐसा सोचूंगा. किसी भी समय जब आप अंत में आउट नहीं होते हैं तो अपनी टीम को बड़े रन चेज में जीतते हुए देखना, खासकर अंतिम गेंद पर, बहुत संतोषजनक होता है.

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