इसी बीच कांग्रेस पार्टी नेता राहुल गांधी ने भी इस टीचर के व्यवहार पर विरोध जताई है। सोशल मीडिया पर वायरल हुई इस वीडियो पर राहुल गांधी की ये टिप्पणी आई है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर राहुल गांधी ने एक पोस्ट किया है।
नयी दिल्ली। यूपी में एक टीचर ने अल्पसंख्यक विद्यार्थी के साथ दुर्व्यवहार किया है। आरोपी टीचर ने अपने विद्यार्थियों को अल्पसंख्यक समुदाय के एक विद्यार्थी को कथित तौर पर थप्पड़ मारने के लिए बोला था। इस घटना का वीडियो जबसे सोशल मीडियापर वायरल हुआ है उसके बाद से ही विपक्ष के तमात नेता इस घटना पर अपना विरोध दर्ज करा चुके है।
इसी बीच कांग्रेस पार्टी नेता राहुल गांधी ने भी इस टीचर के व्यवहार पर विरोध जताई है। राहुल गांधी ने बोला कि विद्यालय जैसे पवित्र जगह को नफरत का बाजार बनाया जा रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल हुई इस वीडियो पर राहुल गांधी की ये टिप्पणी आई है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर राहुल गांधी ने एक पोस्ट किया है। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा कि ‘‘मासूम बच्चों के मन में भेदभाव का ज़हर घोलना, विद्यालय जैसे पवित्र जगह को नफ़रत का बाज़ार बनाना – एक शिक्षक, राष्ट्र के लिए इससे बुरा कुछ नहीं कर सकता।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ये बीजेपी का फैलाया वही केरोसिन है जिसने हिंदुस्तान के कोने-कोने में आग लगा रखी है। बच्चे हिंदुस्तान का भविष्य हैं – उनको नफ़रत नहीं, हम सबको मिल कर मोहब्बत सिखानी है।’’ एक विद्यार्थी के साथ हुई निंदनीय घटना पर कांग्रेस पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने भी इस घटना पर निराशा जतायी और कहा, ‘‘हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को कैसा क्लासरूम, कैसा समाज देना चाहते हैं?’’ उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘जहां चांद पर जाने की तकनीक की बातें हो या नफरत की चहारदीवारी खड़ी करने वाली बातें। विकल्प बिल्कुल साफ है। नफरत तरक्की की सबसे बड़ी शत्रु है।’’
प्रियंका ने कहा, ‘‘हमें एकजुट होकर इस नफरत के विरुद्ध कहना होगा- अपने राष्ट्र के लिए, तरक्की के लिए, आने वाली पीढ़ियों के लिए।’’ यह वायरल वीडियो मुजफ्फरनगर जिले के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के एक निजी विद्यालय का कहा जा रहा है। ऐसा इल्जाम है कि विद्यालय की दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले एक विद्यार्थी की शुक्रवार को उसकी कक्षा के अन्य विद्यार्थियों ने पिटायी कर दी और कक्षा अध्यापिका के निर्देश पर उसे एक के बाद एक थप्पड़ मारे। यह भी इल्जाम है कि वीडियो में एक समुदाय विशेष के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी की गयी है।
गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद क्षेत्रीय पुलिस अधिकारी रविशंकर ने इस मुद्दे पर संज्ञान लिया है। उन्होंने बोला कि वीडियो की जांच से प्रथम दृष्टया यह बात सामने आयी है कि विद्यालय का काम पूरा न करने पर विद्यार्थी की पिटायी की जा रही थी और वीडियो में कुछ भी आपत्तिजनक बातें नहीं कही गयी है।
कई नेताओं ने साधा निशाना
असदुद्दीन ओवैसी ने पीड़ित विद्यार्थी के पिता से टेलीफोन पर बात की और हैदराबाद में उसकी निःशुल्क शिक्षा का आश्वासन दिया और बोला कि नफरत फैलाई जा रही है।’ एक्स पर ओवैसी ने लिखा कि ये कौन लोग हैं जो अपने बच्चे के लिए इन्साफ मांग रहे एक पिता पर माहौल ‘खराब’ करेंगे? सपा (सपा) के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को मुजफ्फरनगर जिले की उस शिक्षिका को तुरन्त बर्खास्त करने की मांग की है। ‘एक्स’ पर समाजवादी पार्टी ने सत्तारूढ़ बीजेपी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा और आरएसएस की नफरती राजनीति, राष्ट्र को यहां ले आई! मुजफ्फरनगर में एक अध्यापिका अल्पसंख्यक समाज के बच्चे को दूसरे बच्चों से थप्पड़ मरवा रही। मासूमों के मन में जहर घोलने वाली शिक्षिका को तुरंत बर्खास्त किया जाए। उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।”
एनसीपीसीआर ने किया अनुरोध
शीर्ष बाल अधिकार निकाय राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने एक वीडियो साझा करके लोगों से लड़के की पहचान खुलासा नहीं करने का आग्रह किया है, जिसमें एक शिक्षिका अपने विद्यार्थियों से उसे थप्पड़ मारने के लिए कहती नजर आ रही है।
टीचर का आया बयान
इस घटना में जो टीचर विद्यार्थी को पिटने की बात कहते दिख रही है उसका बयान भी सामने आया है। स्त्री टीचर का बोलना है कि जो वीडियो वायरल हुआ वह एडिट और काटा गया था और उनका ऐसा कोई इरादा नहीं था। क्षेत्र में हिंदू और मुसलमान एकता के साथ रहते हैं। नेहा पब्लिक विद्यालय की प्रिंसिपल तृप्ता त्यागी, जो वायरल वीडियो में विद्यार्थियों को अपने सहपाठी को पीटने के लिए उकसाती नजर आ रही थीं, ने अपने सफाई में बोला कि हमारे विद्यालय में कई विद्यार्थी मुसलमान हैं, उस दिन वह बच्चा अपना होम वर्क करके नहीं लाया था और बच्चे के परिजनों के तरफ से बोला गया था कि इसपर कठोरता बरतें।