Jharkhand: केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने किसानों के प्रदर्शन पर दी प्रतिक्रिया, कहा…
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “हमने उन्हें कहा है कि सिर्फ़ चर्चा से ही इस मुद्दे का हल निकाला जाएगा। हमें एक साथ मिलकर हल निकालना चाहिए, जिससे की ये सबसे लिए लाभदायक हो। मुझे आशा है कि एकसाथ हम हल निकाल लेंगे।”
किसानों के भलाई में काम करने को गवर्नमेंट प्रतिबद्ध: अर्जुन मुंडा
किसानों के दिल्ली कूच को लेकर अर्जुन मुंडा ने कहा, “मैं बोलना चाहूंगा कि किसानों के साथ कई दौर की वार्ता हुई। कुछ मुद्दों की सहमति के लिए दोनों पक्षों को और मेहनत करनी होगी। उन्होंने आगे बोला कि हिंदुस्तान गवर्नमेंट किसानों के भलाई में काम करने के लिए प्रतिबद्ध है और वह ऐसा ही कर रही है।”
बता दें कि इससे पहले केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने बोला था कि पंजाब-हरियाणा सीमाओं पर प्रदर्शनकारी किसानों द्वारा उठाई गई मांगों से निपटने के दौरान राष्ट्र भर के किसानों के भलाई को ध्यान में रखा जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने किसानों से अपील की थी कि वे चर्चा के एक और दौर के लिए आएं।
हिंसक हुआ किसान आंदोलन
न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी की मांग को लेकर आठ दिनों से शंभू और दातासिंह वाला बॉर्डर पर डटे किसानों ने बुधवार सुबह दिल्ली कूच का कोशिश किया। उत्तर में हरियाणा पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने आंसू गैस के गोले बरसाए और रबड़ की गोलियां भी चलाईं। दातासिंह वाला बॉर्डर पर दो किसान गोली लगने से जख्मी हो गए, जिनमें से बठिंडा के गांव बल्लोंके के युवा शुभकरण (23) की मृत्यु हो गई। दूसरे किसान संगरूर के नवांगांव के प्रीतपाल सिंह को भी गंभीर चोट आई है। उसे रोहतक पीजीआई में भर्ती किया गया है।