कांग्रेस संग गठबंधन पर अखिलेश यादव ने किया बड़ा ऐलान
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी एवं कांग्रेस पार्टी में बात बन गई है। दोनों पार्टियों में गठबंधन के फॉर्मूले पर तकरीबन सहमति बन गई है। आज शाम तक सीट शेयरिंग की घोषणा हो जाएगी। इस सिलसिले में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बोला कि हमारे बीच कोई टकराव नहीं है। गठबंधन होगा। जल्द ही सारी चीजें साफ हो जाएंगी। बाकी चीजें तो पुरानी हो गई हैं। अंत भला तो सब भला। अखिलेश ने कहा, समाजवादी पार्टी का कोशिश रहेगा कि अधिक से अधिक लोगों को जोड़ा जाए। वक़्त आने पर लोगों को जिम्मेदारी दी जाएगी। बोला जा रहा है कि आज शाम को ही सीट बंटवारे की घोषणा हो सकती है। शाम 5 बजे संयुक्त प्रेस वार्ता होगी। इसमें दोनों पार्टियों के वरिष्ठ नेता भी सम्मिलित होंगे।
दोनों दलों की राज्य इकाइयों ने गठबंधन का घोषणा कर दिया है। यूपी में कुल 80 लोकसभा सीटें हैं। दोनों ही पार्टियों के बीच तीन सीटों पर दावेदारी को लेकर पेच फंस गया था। सूत्रों के अनुसार, दो-तीन सीटों पर अभी वार्ता चल रही है। सपा ने कांग्रेस पार्टी को सीतापुर सहित 17 सीटों का ऑफर दिया था, इस पर कांग्रेस पार्टी राजी हो गई है। समाजवादी पार्टी अमरोहा की सीट कांग्रेस पार्टी पार्टी के लिए छोड़ सकती है। सूत्रों के अनुसार, समाजवादी पार्टी ने 17 सीटों में सीतापुर सीट को भी जोड़ दिया है। कांग्रेस पार्टी अब हाथरस की स्थान सीतापुर सीट ले रही है। वही एक दिन पहले ही समाचार आई थी कि सपा एवं कांग्रेस पार्टी में गठबंधन को लेकर पेच फंसा है। क्षेत्रीय स्तर पर सीट शेयरिंग पर बात नहीं बन पा रही है।
सूत्रों के अनुसार, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव कांग्रेस पार्टी को मुरादाबाद, बलिया एवं बिजनौर सीटें देने के लिए तैयार नहीं हैं। जबकि कांग्रेस पार्टी अपने प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के लिए बलिया सीट पर दांव लगाना चाहती है। वहीं, बलिया को सपा का गढ़ माना जाता है। सूत्रों का यह भी बोलना था कि वैसे सीट बंटवारे पर सहमति नहीं बनी है, इसलिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राहुल गांधी के नेतृत्व वाली हिंदुस्तान जोड़ो इन्साफ यात्रा में हिस्सा नहीं लिया है। इससे पहले अखिलेश यादव ने बोला था कि जब तक कांग्रेस पार्टी के साथ सीट बंटवारे को अंतिम रूप नहीं दिया जाता, तब तक वे यात्रा में भाग नहीं लेंगे। एक बार सीटों का बंटवारा तय हो जाए तो समाजवादी पार्टी कांग्रेस पार्टी की इन्साफ यात्रा में सम्मिलित हो जाएगी। बता दे कि 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने मुरादाबाद सीट पर जीत हासिल की थी। मुरादाबाद में मेयर के चुनाव में कांग्रेस पार्टी दूसरे जगह पर रही थी तथा हल्की अंतर से हार गई थी।