इन सीटों पर नहीं बन पा रही सपा और कांग्रेस के बीच सहमति
Seat Sharing Issue between Samajwadi Party and Congress : लोकसभा चुनाव में अब अधिक समय नहीं बचा है, लेकिन अभी तक यूपी में दो प्रमुख राजनितिक दलों के बीच सीट बंटवारा तय नहीं हो पा रहा है। इसकी बड़ी वजह ये मानी जा रही है की एक तरफ सपा सीट बंटवारे में मेजर शेयर अपने पास रखना चाहती है तो दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी भी प्रदेश में अधिक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है।
गठबंधन के सूत्रों के अनुसार समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव यूपी में कांग्रेस पार्टी को 10 से 12 सीटें देना चाहते हैं। लेकिन कांग्रेस पार्टी की महत्वाकांक्षा इससे कहीं अधिक है। जानकारी के अनुसार अभी तक वार्ता के हिसाब से कांग्रेस पार्टी ने रायबरेली सीट के अतिरिक्त उन सीटों की भी मांग की है जहां पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी नंबर दो पर थी।
इन सीटों पर नहीं बन पा रही दोनों दलों के बीच सहमति
पिछले चुनाव में प्रदेश की अमेठी, कानपुर, फतेहपुर सीकरी ऐसी प्रमुख सीटें थी जहां कांग्रेस पार्टी दूसरे जगह पर रही थी। इसके अतिरिक्त इस बार कांग्रेस पार्टी प्रदेश में गठबंधन के अनुसार लखनऊ, बरेली, उन्नाव, सहारनपुर, लखीमपुर खीरी और फर्रुखाबाद जैसी सीटों की मांग भी कर रही है जिन पर दोनों दलों के बीच अभी सहमति नहीं बन पा रही है।
लखनऊ से राज बब्बर को चुनाव लड़ाना चाहती है कांग्रेस
सूत्रों की मानें तो कांग्रेस पार्टी लखनऊ सीट पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर को चुनाव लड़वाना चाहती है, लेकिन समाजवादी पार्टी विधायक और पूर्व मंत्री रविदास महरोत्रा लखनऊ में अपना प्रचार प्रारम्भ भी कर चुके हैं। इसे लेकर कांग्रेस पार्टी की ओर से ये तर्क भी दिया जा रहा है कि वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने अपने बलबूते पर 21 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
उत्तराखंड की दो सीटें मांग रही सपा, कांग्रेस पार्टी पक्ष में नहीं
कांग्रेस का बोलना है कि इनमें से कई सीटों पर उसकी स्थिति आज भी मजबूत है लिहाजा उनमें से भी कुछ सीटें तो कांग्रेस पार्टी को मिलनी ही चाहिए। लेकिन सूत्रों के मुताबिक सपा का तर्क है कि यदि कांग्रेस पार्टी इतनी सीटों की मांग कर रही है तो उसे अपने उम्मीदवारों के बारे में भी बताना चाहिए। स्वयं सपा ने उत्तराखंड में कांग्रेस पार्टी से हरिद्वार और नैनीताल सीट मांगी है लेकिन कांग्रेस पार्टी वहां पर समाजवादी पार्टी को कोई भी सीट नहीं देना चाहती है।