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CAA का लक्ष्य मुसलमानों को देश में दोयम दर्जे का बनाना है नागरिक : CM विजयन

तिरुवनंतपुरम: केरल के सीएम पिनरायी विजयन ने गुरुवार को बोला कि नागरिकता संशोधन अधिनियम यानी कि CAA का लक्ष्य मुसलमानों को राष्ट्र में दोयम दर्जे का नागरिक बनाना है और यह संघ परिवार के एजेंडे का हिस्सा है. सीएम ने हाल ही में CAA विरोधी रैली में लगाए गए अपने आरोपों को दोहराया. बता दें कि बीजेपी ने हाल ही में CAA पर पिनराई विजयन के भाषणों को लेकर उनके विरुद्ध देशद्रोह का मुद्दा दर्ज करने की मांग की थी.

‘संघ परिवार के हाथों का हथियार है CAA’

तिरुवनंतपुरम में CPM द्वारा आयोजित CAA विरोधी रैली को संबोधित करते हुए विजयन ने बोला कि यह कानून राष्ट्र में मुसलमानों की नागरिकता छीनने के लिए संघ परिवार के हाथों का हथियार है. उन्होंने यह भी बोला कि CAA संघ परिवार के सांप्रदायिक एजेंडे को लागू करने के लिए एक ‘पुल’ के समान है. विजयन ने गुरुवार को यह भी इल्जाम लगाया कि कांग्रेस पार्टी नेता राहुल गांधी CAA पर खामोशी साधे हुए हैं. केरल में कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व वाले UDF ने विजयन पर दक्षिणी राज्य में सियासी फायदा के लिए CAA के मामले का इस्तेमाल करने का इल्जाम लगाया है, जिसके बाद उनका यह बयान आया है.

राहुल पर विजयन ने लगाए गंभीर आरोप

CPM द्वारा CAA के विरोध में आयोजित एक बैठक को संबोधित करते हुए विजयन ने इल्जाम लगाया कि वायनाड से सांसद गांधी ने राष्ट्र में विवादास्पद कानून को लागू करने के केंद्र गवर्नमेंट के निर्णय के विरुद्ध अपनी ‘भारत जोड़ो इन्साफ यात्रा’ के दौरान एक शब्द भी नहीं बोला. उन्होंने कहा, ‘अपनी यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने इस बारे में कुछ नहीं कहा और यात्रा के बाद भी उन्होंने इस बारे में कुछ नहीं कहा.’ इससे पहले बीजेपी ने इल्जाम लगाया कि विजयन का उद्देश्य मुसलमान समुदाय में असुरक्षा पैदा करना और उनके बीच ‘धर्मांधता को बढ़ावा’ देना है.

CM विजयन पर भाजपा ने साधा निशाना

वरिष्ठ बीजेपी नेता पी के कृष्णदास ने दावा किया कि सीएए पर विजयन द्वारा किया गया हालिया भाषण कानूनी मानदंडों और पद की शपथ का उल्लंघन है, और इस प्रकार उन्होंने अपने पद पर बने रहने का कानूनी अधिकार खो दिया है. कृष्णदास ने मलप्पुरम में सोमवार को आयोजित सीएए विरोधी रैली के दौरान विजयन द्वारा दिए गए बयानों का संदर्भ देते हुए बोला कि ये वही तर्क थे जो मोहम्मद अली जिन्ना ने दशकों पहले दो देशों की मांग करते हुए दिए थे.

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