राजधानी मुंबई में बढ़ते प्रदूषण को लेकर बीएमसी ने सख्त कार्रवाई करने की दी चेतावनी
नई दिल्ली: सर्दी की आरंभ के साथ ही राष्ट्र की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण बढ़ना प्रारम्भ हो गया है। इसके साथ ही केंद्र गवर्नमेंट की प्रदूषण नियंत्रण योजना ‘स्टेज-2’ के अनुसार ‘ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान’ के अनुसार ये कदम उठाए गए हैं। वहीं आर्थिक राजधानी मुंबई में भी प्रदूषण बढ़ गया है, जिससे बीएमसी ने भी कठोर कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
राजधानी दिल्ली में शनिवार को 24 घंटे का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 248 के स्तर पर है। इसके अतिरिक्त, दिल्ली में समग्र वायु गुणवत्ता और खराब हो जाएगी और 23-24 अक्टूबर के बाद ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आ जाएगी। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के कारण केंद्र गवर्नमेंट ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में ग्रुप-2 के अनुसार प्रतिबंध लागू कर दिए हैं। इन प्रतिबंधों के अनुसार गवर्नमेंट सार्वजनिक परिवहन प्रबंध का इस्तेमाल बढ़ाने और निजी परिवहन का परिचालन कम करने पर बल दे रही है। नतीजतन, गवर्नमेंट ने निजी वाहनों की पार्किंग फीस बढ़ाने और सीएनजी या इलेक्ट्रिक बसों और मेट्रो लाइनों की सुविधाएं बढ़ाने का निर्देश दिया है।
इसके अतिरिक्त धूल को कम करने के लिए सड़क पर पानी का छिड़काव करने का भी निर्देश दिया गया है। वायु प्रदूषण में सबसे बड़ा सहयोग वाहनों से निकलने वाले धुएं का है। हालांकि, गाड़ी चालक बिना पीयूसी के दिल्ली में अपने गाड़ी चला रहे हैं।
ट्रैफिक पुलिस के विशेष आयुक्त सुरेंद्रसिंह यादव ने बोला कि ट्रैफिक पुलिस शहर में वायु प्रदूषण को रोकने के लिए विभिन्न तरीका कर रही है, जिसमें हवा की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए सुप्रीम कोर्ट, दिल्ली हाई कोर्ट, नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल, पर्यावरण विभाग आदि द्वारा जारी निर्देशों का कार्यान्वयन भी शामिल है।
दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता की स्थिति की समीक्षा करने के लिए एक बैठक में, जीआरएपी के कार्यान्वयन के लिए नियामक निकाय, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने बोला कि मौसम विभाग और भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान के पूर्वानुमान के अनुसार, प्रदूषण कम होगा। दिल्ली में दो दिन में बढ़ोतरी। वायु प्रदूषण बढ़ने की संभावना के चलते 1 नवंबर से दिल्ली-हरियाणा एनसीआर क्षेत्र में सिर्फ़ इलेक्ट्रिक, सीएनजी, बीएस-6 डीजल बसों को चलने की अनुमति होगी।
इस बीच मुंबई में भी प्रदूषण घातक स्तर पर पहुंच गया है। इसलिए ग्रेटर मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने निर्माण कार्यों को रोकने का आदेश दिया है और बोला है कि यदि धूल और प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए तरीका नहीं किए गए, तो वह कहीं भी निर्माण कार्यों को रोक देगी, चाहे वह सरकारी हो या निजी परियोजनाएं। पिछले कुछ दिनों से शहर में AQI 200 से ऊपर है। शहर में 6,000 साइटों पर निर्माण कार्य चल रहा है।