शराब घोटाले में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर दिल्ली में सियासी संग्राम जारी
Arvind Kejriwal Arrest: शराब घोटाले में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर दिल्ली में राजनीतिक संग्राम जारी है। आम आदमी पार्टी समेत समूचा विपक्ष, केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरुद्ध एकजुट है। धरना प्रदर्शन की इस राजनीति के बीच गिरफ्तारी के 39 घंटे बाद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता के नाम पहला संदेश भेजा। जिसे उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल ने पढ़कर सुनाया।
मैं जल्द बाहर आऊंगा।।
दिल्ली की मेरी मां-बहनें सोच रही होंगी कि केजरीवाल तो अंदर चला गया, पता नहीं कि अब हजार रुपया मिलेगा या नहीं। मेरी सभी माताओं और बहनों से अपील है कि अपने भाई और बेटे पर भरोसा रखो। ऐसी सलाखें नहीं जो आपके भाई और बेटे को अधिक दिन अंदर रख सके। मैं जल्द बाहर आऊंगा।
अरविंद केजरीवाल का संदेश
उन्होंने बोला कि केजरीवाल लोहे की तरह मजबूत हैं और आपका भाई यानी केजरीवाल लोहे की तरह मजबूत है। और उनकी जीवन का हर पल राष्ट्र को समर्पित है। समाज सेवा का काम रुकना नहीं चाहिए। संदेश में आगे बोला कि हिंदुस्तान के अंदर और बाहर कई शक्तियां हैं जो हिंदुस्तान को कमजोर कर रही हैं। उन शक्तियों को हराना है। मैं जल्द बाहर आकर अपना वादा पूरा करूंगा।
लोगों से भावनात्मक तौर पर जुड़ने की कोशिश
केजरीवाल ने संदेश भेज कर लोगों से भावनात्मक तौर पर जुड़ने की प्रयास की है। दूसरी ओर भाजपा करप्शन के मामले पर AAP के विरुद्ध आक्रामक है। अब प्रश्न यह उठता है कि आखिर इस भावनात्मक संदेश के क्या अर्थ हैं? तो बता दें कि इस संदेश से AAP को जनता की सहानुभूति मिल सकती है। केजरीवाल के संदेश से महिलाएं सीधे तौर पर जुड़ेंगी। इस संदेश से 2024 के चुनावों में AAP के वोटों पर पकड़ की प्रयास भी की गई है, साथ ही इस जांच को सियासी षड्यंत्र दिखाने का कोशिश किया गया है। आइये आपको बताते हैं जब राष्ट्र के कद्दावर नेता कारावास गए तो इसका चुनाव के रिज़ल्ट और पार्टी पर क्या असर पड़ा।
लालू प्रसाद यादव
मुख्यमंत्री रहते हुए लालू प्रसाद यादव पहली बार 1997 में कारावास गए थे। कारावास जाने से पहले उन्होंने मुख्यमंत्री पद से त्याग-पत्र दिया और राबड़ी देवी को सीएम बना दिया। लेकिन कारावास जाने से लालू प्रसाद यादव की राजनीतिक ताकत घटने के बजाय और बढ़ गई। 2000 बिहार विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी को बड़ी जीत मिली। तेज प्रताप और तेजस्वी यादव की राजनीतिक पारी भी इसी समय प्रारम्भ हुई। 2000 के विधानसभा चुनाव में राजद सबसे बड़ी पार्टी बनी रही और राबड़ी देवी दोबारा सीएम बनीं।
लालू के कारावास जाने का असर
विधानसभा चुनाव
कुल सीट – 324
साल RJD BJP CONGRESS
1995 167 41 29 कारावास से पहले
2000 124 67 23 कारावास के बाद
जयललिता
तमिलनाडु की सीएम जयललिता को सजा होने पर 27 सितंबर 2014 को कारावास जाना पड़ा था। उनके कारावास जाने के बाद पनीरसेल्वम को मुख्यमंत्री बनाया गया। कारावास जाने से जयललिता को सियासी हानि नहीं हुआ। 2016 के विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी की सीटें घटीं जरूर लेकिन मुख्यमंत्री वही बनीं।
हेमंत सोरेन
झारखंड में भी ठीक ऐसी ही स्थिति बनी। हाल ही में जमीन की गैरकानूनी खरीदारी के मुद्दे में झारखंड के सीएम को प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ के बाद अरैस्ट कर लिया गया। कारावास जाने से पहले उन्हें भी अपने मुख्यमंत्री पद से त्याग-पत्र देना पड़ा। चंपई सोरेन विधायक दल के नेता बने और फिर सीएम पद की शपथ ली। अभी झारखंड में स्थितर गवर्नमेंट है। लेकिन सोरेन परिवार में फूट जरूर पड़ी है। हेमंत की पत्नी कल्पना राजनीति में आईं। हेमंत की भाभी सीता सोरेन ने JMM से त्याग-पत्र दे दिया। 24 का चुनाव में JMM के लिए अग्निपरीक्षा से कम नहीं है।
केजरीवाल की गिरफ्तारी बड़ा मुद्दा
दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी और करप्शन पर छिड़ी तकरार अभी थमती नहीं दिख रही। ना ही भाजपा इसे छोड़ने के मूड में है। 2024 के चुनाव से पहले केजरीवाल की गिरफ्तारी सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के लिए बड़ा मामला है। लड़ाई अब न्यायालय के साथ ही जनता की अदलात में भी है, लिहाजा बल आजमाइश भी पूरी हो रही है।