भगौड़ा नीरव मोदी का लंदन में आलीशान बंगला बिकेगा, हरीश साल्वे ने दिया ये तर्क…
लंदन। पंजाब नेशनल बैंक घोटाले का मास्टरमाइंड नीरव मोदी का लंदन स्थित आलीशान बंगला अब बिक जाएगा। इसी आलीशान बंगले में नीरव मोदी और परिवार रहता है। हालांकि इस बंगले की बिक्री से प्राप्त धनराशि को नीरव मोदी इस्तेमाल नहीं कर पाएगा। बुधवार को लंगन के उच्च न्यायालय ने घर को कब्जे में रखे ट्रस्ट को इस आलीशान बंगले को बेचने की अनुमित दे दी लेकिन बोला कि इस बंगले को 5.25 मिलियन ब्रिटिश पोंड (करीब 55 करोड़ रुपये) से कम पर नहीं बेचा जा सकता है।
मैरीलबोन में आलीशान बंगला
गौरतलब है कि नीरव मोदी 13 हजार करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक घोटाले और मनी लांड्रिंग मुकदमा (PNB Scam) में आरोपी है और हिंदुस्तान के प्रवर्तन निदेशालय और CBI उनपर कई केस कर चुकी है और उसे दिल्ली लाने के लिए प्रयासरत है। इस मुकदमा में प्रवर्तन निदेशालय यानी प्रत्यर्पण निदेशालय की ओर से दुनिया के नामी वकील हरीश साल्वे पेश हुए थे जबकि नीरव मोदी दक्षिण-पूर्व लंदन के थेम्साइड कारावास से औनलाइन जुड़े थे। इस मुद्दे में सिंगापुर की एक कंपनी ट्राइडेंट ट्रस्ट भी दावेदार है। इस कंपनी ने मध्य लंदन के मैरीलेबोन क्षेत्र की इस संपत्ति को बेचन की मांग थी। दूसरी ओर प्रवर्तन निदेशालय का तर्क था कि वैसे पीएनबी से बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा कर नीरव मोदी भाग आया है जिसके लिए वह प्रत्यर्पण कार्यवाही का सामना कर रहा है, इसलिए इस धनराशि को होल्ड कर दिया जाए।
दरअसल, जिस बंगले को बेचने का आदेश न्यायालय ने दिया उस बंगले को नीरव मोदी ने 2017 में बड़े शातिराना ढंग से एक ट्रस्ट को दे दिया। मजे की बात यह है कि नीरव मोदी ने इस ट्रस्ट को अपनी बहन पूर्वी मोदी और परिवार के अन्य सदस्यों के नाम पर ही बनाया। हालांकि न्यायालय में पूर्वी मोदी या उनके बच्चे न्यायालय की कार्यवाही में भाग नहीं लिया। इसलिए नीरव मोदी ही इसका मुख्य सेटलर बताया। इधर प्रवर्तन निदेशालय की ओर से वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे ने तर्क दिया कि वैसे नीरव मोदी पीएनवी घोटाले के अभियुक्त है और उसने घोटाले के पैसे से ही यह बंगला खरीदा है, इसलिए ट्रस्ट की देनदारियों के बाद बंगले से प्राप्त शेष धनराशि को एक सुरक्षित खाते में रख दिया जाए ताकि नीरव मोदी से पंजाब नेशनल बैंक के पैसे को वसूला जा सके। न्यायालय ने हरीश साल्वे की इस मांग को मान लिया।
हर स्थान हार चुका है नीरव मोदी
भारत ब्रिटेन से उसके प्रत्यर्पण की मांग की है। नरीव मोदी को 19 मार्च 2019 को प्रवर्तन निदेशालय और CBI द्वारा जारी किए गए वारंट के आधार पर अरैस्ट किया गया था। 2021 में ब्रिटेन की तत्कालीन गृह मंत्री प्रीति पटेल ने नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के भी आदेश दे दिए थे। 2022 में नीरव मोदी उच्चतम न्यायालय से भी मुकदमा हार चुका है। हालांकि कई कानूनी पेचिदगियों की बदौलत उसका हिंदुस्तान प्रत्यर्पण अब तक नहीं हुआ है।