दिनेश बोबाटे को इस हफ्ते ईडी के सामने पेश होने के लिए भेजा गया समन
मनी लॉन्ड्रिंग के मुद्दे में प्रवर्तन निदेशालय एकबाद के नेताओं पर शिकंजा कस रहा है। फिर प्रवर्तन निदेशालय ने दिनेश बोबाटे को तलब किया है, जो उद्धव ठाकरे गुट के नेता अनिल देसाई के करीबी माने जाते हैं। उन्हें इस सप्ताह प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होने को बोला गया है।
भ्रष्टाचार का मुद्दा दर्ज कर लिया गया है
एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, दिनेश बोबाटे को इस सप्ताह प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होने के लिए बोला गया है। आपको बता दें कि हाल ही में CBI ने दिनेश बोभट के विरुद्ध करप्शन का मुद्दा दर्ज किया था। इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ने भी मुद्दा दर्ज किया।
अनिल देसाई के करीबी नेता
मनी लॉन्ड्रिंग मुद्दे में दिनेश बोबाटे की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। आपको बता दें कि दिनेश बोबाटे उद्धव ठाकरे गुट के नेता अनिल देसाई के करीबी हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने उन पर शिकंजा कसते हुए उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग मुद्दे में तलब किया है।
दिनेश बोबाटे पर क्या है आरोप?
बता दें कि पिछले वर्ष दिसंबर में CBI ने दिनेश बोभट और उनकी पत्नी के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति का मुद्दा दर्ज किया था। ईडी ने CBI करप्शन मुद्दे के आधार पर बोभट के विरुद्ध मनी लॉन्ड्रिंग का मुद्दा प्रारम्भ किया है. उन पर इल्जाम है कि बोबाटे और उनकी पत्नी ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित की है।
अनिल देसाई को तलब किया गया है
महत्वपूर्ण बात यह है कि इससे पहले 3 मार्च को मुंबई पुलिस की आर्थिक क्राइम शाखा (ईओडब्ल्यू) ने शिवसेना (यूबीटी) नेता अनिल देसाई को तलब किया था. मुंबई पुलिस की आर्थिक क्राइम शाखा इस बात की जांच कर रही है कि पैसे कैसे निकाले गए और किसने निकाले.
एकनाथ शिंदे ने उपद्रव कर दिया
गौरतलब है कि पिछले वर्ष जून में एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे के विरुद्ध बगावत कर दी थी। इस वजह से उनके साथ कई विधायकों और सांसदों ने भी पार्टी से बगावत कर दी थी। एकनाथ शिंदे ने भाजपा के साथ गठबंधन कर राज्य में नयी गवर्नमेंट बनाई।