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झारखण्ड में सत्ताधारी गठबंधन द्वारा उम्मीदवारों की घोषणा नहीं करने पर बीजेपी ने कसा तंज

Lok Sabha Election 2024|Jharkhand News|भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सत्ताधारी गठबंधन के द्वारा अभी तक सभी उम्मीदवारों की घोषणा नहीं करने पर विपक्षी गठबंधन पर तंज कसा है बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने बोला कि महागठबंधन के पास उम्मीदवारों का टोटा है आज उसकी डूबती नाव में सवार होने से लोग भाग रहे हैं

सत्ताधारी गठबंधन में सीट बंटवारे पर बार-बार बदल रहा फॉर्मूला

उन्होंने बोला कि उम्मीदवारों के चयन को लेकर विपक्षी गठबंधन जिस तरह से आगे बढ़ रही है, उससे महागठबंधन के नेता एक-दूसरे को पहले आप-पहले आप कहने की किरदार में हैं बीजेपी प्रवक्ता ने बोला कि सत्ताधारी गठबंधन के बीच सीट बंटवारे को लेकर भी रोज फार्मूला बदलने की तरह-तरह की खबरें आ रही हैं गठबंधन की पार्टियों को केवल अधिक से अधिक सीटों पर दावेदारी की चिंता है जनता के बारे में इन्होंने अपनी कोई सोच या योजना खुलासा नहीं की है

महागठबंधन ने अब तक केवल 3 उम्मीदवार घोषित किए : भाजपा

झारखंड प्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता श्री शाहदेव ने बोला कि लोकसभा चुनाव सामने है और अभी तक महागठबंधन के द्वारा झारखंड में केवल तीन उम्मीदवारों की घोषणा की गयी है, जो यह साबित करता है कि उसके पास बीजेपी के मुकाबले उम्मीदवार ही नहीं हैं उन्होंने बोला कि जबकि इसके उलट एनडीए गठबंधन से सभी उम्मीदवारों की घोषणा हो चुकी है और वे अपने क्षेत्र में जनता के बीच प्रचार अभियान में जुटे हैं 11 उम्मीदवारों की घोषणा तो एक माह पूर्व ही हो गयी थी

जो इडी से डरे, वही जा रहे एनडीए में : थर्ड फ्रंट

थर्ड फ्रंट का बोलना है कि जो सियासी दल या नेता इडी से डर गये हैं, वह एनडीए गठबंधन का हिस्सा बन गये झारखंड, महाराष्ट्र, बिहार, हरियाणा, आंध्र प्रदेश सहित राष्ट्र के कोई राज्यों के सियासी दलों के एनडीए गठबंधन में जाना इसका ज्वलंत उदाहरण है जो नहीं गये, उन्हें परेशान किया जा रहा है

हेमंत सोरेन, अरविंद केजरीाल जैसे दिलेर नेता बहुत कम : थर्ड फ्रंट

कहा कि हेमंत सोरेन और अरविंद केजरीवाल जैसे दिलेर नेता बहुत कम हैं, जो कारावास जाना पसंद किये, मगर जनता के वायदों को अधिक तवज्जो दिया फ्रंट के मुख्य प्रवक्ता पंकज मिश्र ने बोला कि झारखंड में एनडीए चार से पांच और राष्ट्र में 150 सीटों पर सिमट जायेगी तीसरा मोर्चा की विचारधारा इण्डिया गठबंधन से कुछ हद तक मेल खाती है मगर कांग्रेस पार्टी के अड़ियल रुख और हेमंत सोरेन के नहीं रहने से शून्यता की वजह से थर्ड फ्रंट को सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारना महत्वपूर्ण हो गया है

 

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