कांग्रेस ने इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा के इस बयान से खुद को किया अलग
कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को भारतीय ओवरसीज कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष सैम पित्रोदा के उस बयान से स्वयं को अलग कर लिया, जिसमें उन्होंने हिंदुस्तान में संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे विरासत कर की वकालत की थी और धन पुनर्वितरण योजनाओं पर कांग्रेस पार्टी के रुख का समर्थन किया था. लोकसभा चुनाव प्रचार के बीच पित्रोदा का वीडियो सामने आने के कुछ घंटों बाद सियासी आक्रोश फैल गया, वरिष्ठ कांग्रेस पार्टी नेता जयराम रमेश ने अपनी पार्टी का बचाव करते हुए बोला कि पित्रोदा की राय पार्टी की स्थिति को प्रतिबिंबित नहीं करती है.
कांग्रेस ने विरासत कर पर सैम पित्रोदा की टिप्पणी से स्वयं को अलग किया
रमेश ने एक्स पर एक नोट पोस्ट किया “सैम पित्रोदा मेरे सहित पूरे विश्व के कई लोगों के लिए एक गुरु, मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक रहे हैं. उन्होंने हिंदुस्तान के विकास में कई स्थायी सहयोग दिए हैं. वह भारतीय ओवरसीज कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष हैं. श्री पित्रोदा स्वतंत्र रूप से अपनी राय व्यक्त करते हैं निश्चित रूप से, लोकतंत्र में एक आदमी अपने पर्सनल विचारों पर चर्चा करने, व्यक्त करने और बहस करने के लिए स्वतंत्र है. इसका मतलब यह नहीं है कि श्री पित्रोदा के विचार हमेशा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की स्थिति को दर्शाते हैं नहीं. अब उनकी टिप्पणियों को सनसनीखेज बनाना और उन्हें संदर्भ से बाहर करना श्री नरेंद्र मोदी के दुर्भावनापूर्ण और शरारती चुनाव अभियान से ध्यान हटाने का जानबूझकर और हताश कोशिश है, जो सिर्फ़ असत्य और अधिक असत्य पर आधारित है.
आखिर पित्रोदा ने क्या कहा?
पित्रोदा ने राष्ट्र में संपत्ति के पुनर्वितरण की कांग्रेस पार्टी की कथित योजना का समर्थन करने के लिए अमेरिका के विरासत कर प्रावधानों का हवाला दिया. वरिष्ठ कांग्रेस पार्टी नेता ने बोला कि संयुक्त राज्य अमेरिका में एक विरासत कर है जिसके मुताबिक गवर्नमेंट किसी आदमी की संपत्ति में 55 फीसदी हिस्सेदारी का दावा करने की हकदार है जबकि मालिक सिर्फ़ 45 फीसदी हिस्सेदारी अपने बच्चों या परिवार को हस्तांतरित कर सकता है.
वीडियो में सैम पित्रोदा को यह कहते हुए सुना गया …अमेरिका में, एक विरासत कर है. यदि किसी के पास 100 मिलियन $ की संपत्ति है और जब वह मर जाता है तो वह सिर्फ़ 45 फीसदी अपने बच्चों को हस्तांतरित कर सकता है, 55 फीसदी गवर्नमेंट द्वारा हड़प लिया जाता है. यह एक दिलचस्प कानून है यह कहता है कि आपने अपनी पीढ़ी में संपत्ति बनाई और अब आप जा रहे हैं, आपको अपनी संपत्ति जनता के लिए छोड़नी चाहिए, पूरी नहीं, आधी, जो मुझे मुनासिब लगता है, हिंदुस्तान में आपके पास वह नहीं है. यदि किसी की संपत्ति 10 अरब है और वह मर जाता है, तो उसके बच्चों को 10 अरब मिलते हैं और जनता को कुछ नहीं मिलता… तो ये ऐसे मामले हैं जिन पर लोगों को बहस और चर्चा करनी होगी. उन्होंने आगे बोला “मुझे नहीं पता कि दिन के अंत में निष्कर्ष क्या होगा लेकिन जब हम धन के पुनर्वितरण के बारे में बात करते हैं, तो हम नयी नीतियों और नए कार्यक्रमों के बारे में बात कर रहे हैं जो लोगों के भलाई में हैं न कि सुपर-के भलाई में.
पी ने कांग्रेस पार्टी पर कहा हमला
पित्रोदा का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के कुछ ही क्षण बाद, बीजेपी के आईटी सेल अमित मालवीय ने कांग्रेस पार्टी पर धावा करते हुए बोला कि सबसे पुरानी पार्टी ने राष्ट्र को नष्ट करने का निर्णय किया है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया “कांग्रेस ने हिंदुस्तान को नष्ट करने का निर्णय किया है. अब, सैम पित्रोदा संपत्ति के पुनर्वितरण के लिए 50% विरासत कर की वकालत करते हैं. इसका मतलब है कि हम अपनी सारी मेहनत और उद्यम के साथ जो कुछ भी बनाते हैं, उसका 50% छीन लिया जाएगा. 50%, सभी करों के अतिरिक्त हम भुगतान करते हैं, जो भी बढ़ जाएगा, यदि कांग्रेस पार्टी जीतती है.