छत्तीसगढ़ की माताओं बहनों के लिए महतारी न्याय योजना होगा लागू :प्रियंका गांधी
जयपुर: राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जयपुर में कांग्रेस पार्टी नेता प्रियंका गांधी पर निशाना साधा है। वसुंधरा ने कहा, ‘कुछ दिन पहले प्रियंका गांधी ने यहां का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने स्त्रियों के प्रति अपनी चिंता जाहिर की। यदि उन्होंने (राजस्थान सरकार) ‘नारी शक्ति’ योजना को बढ़ाया होता तो इससे स्त्रियों को लाभ होता। वह (प्रियंका) और उनके भाई (राहुल) जब भी जाते हैं तो राजस्थान के लोगों से कुछ न कुछ वादा करते हैं लेकिन यह महत्वपूर्ण नहीं कि वे अपना वादा निभाएंगे। 5 वर्ष बाद भी किसानों का ऋण माफ नहीं हुआ। स्त्रियों के विरुद्ध अपराधों के कारण लोग अपने परिवार की स्त्रियों के लिए डरे हुए हैं।’
प्रियंका ने आज छत्तीसगढ़ में किए बड़े ऐलान
एक तरफ राजस्थान में वसुंधरा राजे ने प्रियंका पर निशाना साधा, दूसरी तरफ प्रियंका ने छत्तीसगढ़ में बड़े घोषणा किए। प्रियंका ने छत्तीसगढ़ की जनता से वादा किया है कि राज्य में पार्टी की गवर्नमेंट बरकरार रहने पर महतारी इन्साफ योजना लागू की जाएगी जिसके अनुसार प्रति सिलेंडर की रिफिल करने पर पांच सौ रुपए की सब्सिडी दी जाएगी तथा राज्य में दो सौ यूनिट तक बिजली भी निःशुल्क दी जाएगी।
प्रियंका ने खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र के जालबांधा गांव में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए महिलाओं, आम जनता और किसानों के लिए आठ घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा, ”छत्तीसगढ़ की माताओं बहनों के लिए महतारी इन्साफ योजना लागू करेंगे, प्रति सिलेंडर की रिफिल करने पर करने पर पांच सौ रुपए की सब्सिडी दी जाएगी। राज्य में 200 यूनिट तक बिजली भी निःशुल्क दी जाएगी। स्त्री स्व-सहायता समूहों के तथा सक्षम योजना के भीतर लिए गए कर्ज माफ किए जाएंगे। आनें वाले सालों में 700 नए ग्रामीण औद्योगिक पार्कों की स्थापना की जाएगी।”
प्रियंका ने घोषणा की, ”राज्य के सभी सरकारी विद्यालयों को स्वामी आत्मानंद इंग्लिश और हिंदी मीडियम विद्यालयों में अपग्रेड किया जाएगा। छत्तीसगढ़ के निवासियों के सड़क दुर्घटनाओं में तथा अन्य आकस्मिक दुर्घटनाओं में घायल होने पर सीएम विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के अनुसार फ्री उपचार किया जाएगा। परिवहन व्यवसाय से जुड़े 6,600 से अधिक गाड़ी मालिकों के साल 2018 तक के 726 करोड़ राशि के बकाया मोटरयान कर और ऋण के ब्याज को माफ किया जाएगा और राज्य के किसानों से ‘तिवरा’ फसल को भी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा।” (इनपुट: भाषा से भी)