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World Idli Day: क्या है विश्व इडली दिवस का इतिहास

World Idli Day: इडली एक ऐसा टेस्टी रेसिपी है जो अपने टेस्टी होने के साथ काफी हेल्दी भी है, और इसलिए विश्वभर में इस डिश को एक परफेक्ट ब्रेकफास्ट माना जाता है इडली काफी लाइट भी होता है और साथ ही यह बनाने में आसान होता है ऐसे कई सारे लोग हैं जो प्रतिदिन अपने नाश्ते में इडली का सेवन करते हैं लेकिन इडली का नाम सुनते ही आप के जहन में भी पहला नाम साउथ इण्डिया का आता होगा लेकिन क्या आप को पता है कि असल में इडली का आविष्कार हिंदुस्तान नहीं बल्कि किसी और राष्ट्र में हुआ था, ऐसे में जानिए कौन सा था वो देश

 

जानकारियों के अनुसार, 2015 में चेन्नई के एक मशहूर रेस्तरां मल्लीपु इडली के मालिक ने इस खास दिन को मनाने की आरंभ की थी कहा जाता है कि इस दिन को और भी खास बनाने के लिए वहां के मालिक एनियावन ने लगभग 1300 अलग प्रकार की इदलियां बनाई थी, और साथ ही एक 44 किलो के लगभग का विशाल इडली भी बनवाकर तैयार करवाया था इसके बाद से इस सेलिब्रेशन की खूब चर्चा हुई और तब से अब तक लोग 30 मार्च को विश्व इडली दिवस के रूप में मनाते हैं

World Idli Day: हिंदुस्तान नहीं बल्कि इस राष्ट्र ने किया था इडली का आविष्कार

कई लोग ये अंदाजा लगाते हैं कि क्योंकि इडली साउथ इण्डिया में काफी प्रसिद्ध है तो इसका आविष्कार भी वहीं से हुआ होगा, लेकिन ऐसा नहीं है, दरअसल जानकारियों के मुताबिक इडली की उत्पत्ति करीब 7वीं से 12वीं सदी में इंडोनेशिया में हुई थी, वर्तमान में भी वहां ये डिश काफी मशहूर है और वहां के लोग इसे केदली या केदारी के नाम से जानते हैं

World Idli Day: इडली का नाम है सबसे हेल्दी ब्रेकफास्ट की लिस्ट में शामिल

इडली काफी हेल्दी और लाइट ब्रेकफास्ट ऑप्शन है, इसलिए कई लोग अपने डेली रूटीन में भी इसका सेवन करते हैं, इससे सरलता से लोगों का पेट भी भर जाता है और किसी को भी पेट से संबंधित किसी भी तरह के समस्याएं भी नहीं होती हैं आप इडली से कई भिन्न भिन्न तरह के डिशेज बना सकते हैं और स्नैक के तौर पर भी इसका लुत्फ उठा सकते हैं

 

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