गर्मी के दिनों में मैदान से लेकर पहाड़ी इलाकों तक में खीरे और पिसू लूण के कॉम्बिनेशन का कोई तोड़ नहीं
चमोली. उत्तराखंड में पहाड़ से लेकर मैदान तक धीरे-धीरे गर्मी बढ़ने लगी है. ऐसे मौसम में पहाड़ियों की खास पसंद रहता है पिसू लूण (पहाड़ी नमक ) संग खीरा. ये स्वाद के साथ साथ शरीर के लिए भी काफी लाभ वाला है. खीरा स्किन केयर के साथ पाचन के लिए काफी अच्छा होता है. सिलबट्टे में अनेक प्रकार के औषधीय गुणों से भरपूर पिसा नमक खीरे के स्वाद को और बढ़ा देता है. गर्मी के दिनों में मैदान से लेकर पहाड़ी इलाकों तक में खीरे और पिसू लूण के कॉम्बिनेशन का कोई तोड़ नहीं है.
चमोली जिले के गौचर हॉस्पिटल के चिकित्सक रजत बताते हैं खीरे में 95 फीसदी तक पानी उपस्थित होता है. ये चिलचिलाती धूप और गर्मी में हाइड्रेट करने में मददगार है. खीरा शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में भी सहायता करता है. इसमें उपस्थित पानी शरीर को साफ करने के साथ साथ शरीर से अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने में सहायता करता है. वह आगे कहते हैं खीरे का छिलका भी डाइटरी फाइबर का एक अच्छा खासा सोर्स है, जो कब्ज की परेशानी दूर करता है. पेट से विषाक्त पदार्थों को निकालकर कोलन कैंसर को कुछ हद तक होने से रोकता है.
स्किन के लिए भी फायदेमंद
डॉक्टर रजत बताते हैं खीरा केवल स्वास्थ्य को ही बेहतर बनाने का काम नहीं करता, बल्कि ये आपकी स्किन को भी कई लाभ दे सकता है. ये एक स्किन टोनर की तरह काम कर सकता है. यदि आप खीरे की स्लाइस का इस्तेमाल त्वचा की सूजन या आंखों के नीचे डार्क सर्कल्स के लिए करेंगे, तो आपको इसके कई लाभ देखने मिलेंगे. गर्मियों में होने वाली कई स्किन प्रॉब्लम्स को खीरा दूर करने में मददगार है, जैसे- स्किन रेडनेस, सूजन, जलन आदि. खीरे में सिलिका भी होता है, जो बालों और नाखूनों के लिए अच्छा साबित हो सकता है.
पहाड़ी नमक बनाने की विधि
टिहरी गढ़वाल के देवप्रयाग में खीरा बेचने वाले नंदन सिंह कैंतुरा बताते हैं वह पिछले 27 वर्ष से देवप्रयाग में खीरा और उस पर सिलबट्टे में पिसा नमक लगाकर बेच रहे हैं. नमक पीसने के लिए वह लहसुन की पत्तियां, हरा धनिया, पुदीना, हरी मिर्च, भुना जीरा पाउडर, अजवाइन, सफेद नमक, काला नमक और हल्दी को दरदरा होने तक पीसते हैं. इसे ही पिसू लूण कहते हैं. इसे वो खीरे के साथ लगाकर बेचते हैं. 10 से 20 रुपये में यह बिकता है. गर्मी के दिनों में लोग इसे खाना खूब पसंद करते हैं.