रामनवमी के दिन पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में बड़ा हादसा, अधिकारी ने सीएम ममता पर निशाना साधा
सूत्रों की मानें तो घर की छत से विद्रोहियों ने जुलूस पर पथराव किया, जिसके बाद अत्याचार भड़क गई। अत्याचार पर भाजपा विधायक और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने बोला कि पुलिस ने जुलूस को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। अधिकारी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर बोला कि ममता की पुलिस अत्याचार में विद्रोहियों के साथ शामिल हो गई और राम भक्तों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े, जिससे जुलूस अचानक खत्म हो गया।
उन्होंने आगे लिखा कि ये ममता बनर्जी के उकसावे का नतीजा है। पश्चिम बंगाल में धार्मिक त्योहारों को शांतिपूर्वक मनाने के लिए इस गवर्नमेंट को परिवर्तन करना चाहिए.‘ मैं चुनाव आयोग से निवेदन करना चाहूंगा कि कृपया पुलिस की विफलता पर ध्यान दें. आपको बता दें कि इससे पहले पिछले वर्ष भी रामनवमी की शोभा यात्रा के दौरान हुगली जिले के रिशरा और हावड़ा के शिबपुर में अत्याचार भड़क गई थी। जिसमें कई लोग घायल हो गए। हालांकि, रामनवमी से पहले चुनाव आयोग ने कर्तव्यहीनता के कारण मुर्शिदाबाद के DIG को हटा दिया। DIG पर कार्रवाई के बाद ममता ने चुनाव आयोग पर निशाना साधा। मुख्यमंत्री ने रैली में बोला कि भाजपा के निर्देश पर DIG को हटाया गया है। जो कि किसी भी तरह से मुनासिब नहीं है। अब यदि रामनवमी के जुलूस के दौरान दंगा होता है तो इसकी जिम्मेदारी चुनाव आयोग की होगी।