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यूक्रेन के विदेश मंत्री आज एस जयशंकर से करेंगे मुलाकात

यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा हिंदुस्तान की अपनी पहली यात्रा पर बृहस्पतिवार को नयी दिल्ली पहुंचे. इस दौरान उन्होंने बोला कि वह “यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की और पीएम मोदी के बीच वार्ता को आगे बढ़ाएंगे” और शांति सूत्र पर विशेष ध्यान देंगे. गुरुवार सुबह नयी दिल्ली पहुंचे कुलेबा का शुक्रवार यानी आज विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात का कार्यक्रम है. ऐसी आशा है कि दोनों पक्ष गर्मियों में स्विट्जरलैंड द्वारा आयोजित होने वाले शांति शिखर सम्मेलन में भारतीय भागीदारी पर चर्चा करेंगे.

कुलेबा ने बोला कि दोनों राष्ट्रों के बीच द्विपक्षीय योगदान जरूरी है और इसे मजबूत किया जाएगा. उनकी दो दिवसीय यात्रा दो वर्ष से अधिक समय से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध के शांतिपूर्ण निवारण के प्रयासों के बीच हो रही है. कुलेबा ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘मैंने विदेश मंत्री एस जयशंकर के आमंत्रण पर नयी दिल्ली की अपनी यात्रा प्रारम्भ की. यूक्रेन-भारत योगदान जरूरी है और हम संबंधों को और मजबूत करेंगे. राष्ट्रपति जेलेंस्की और पीएम मोदी के बीच वार्ता के आधार पर, हम शांति फॉर्मूला पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित करेंगे.’’

वहीं भारतीय विदेश मंत्रालय ने बोला कि अपनी यात्रा के दौरान, कुलेबा के कई कार्यक्रम होंगे, जिनमें जयशंकर और डिप्टी एनएसए विक्रम मिस्री के साथ आधिकारिक बैठकें शामिल होंगी. इन बैठकों में आपसी भलाई से जुड़े क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर द्विपक्षीय साझेदारी और योगदान से संबंधित मामलों पर चर्चा की जाएगी. विदेश मंत्रालय ने बोला कि कुलेबा की यात्रा विदेश मंत्री जयशंकर के आमंत्रण पर हो रही है. अपनी आधिकारिक यात्रा के पहले दिन कुलेबा ने यहां राजघाट का दौरा किया और महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की.

स्विट्जरलैंड शांति शिखर सम्मेलन में हिंदुस्तान के रुख को लेकर पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बोला कि हिंदुस्तान “बातचीत और राजनय” के जरिए रूस-यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण निवारण के लिए प्रोत्साहन जारी रखेगा. उन्होंने कहा, “हम वार्ता और राजनय के माध्यम से रूसी-यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण निवारण को प्रोत्साहित करते रहेंगे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 मार्च को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ भिन्न-भिन्न वार्ता की थी और बल दिया था कि रूस-यूक्रेन संघर्ष के निवारण के लिए वार्ता और राजनय ही आगे का रास्ता है. मोदी ने हालिया चुनाव में पांचवीं बार जीत हासिल करने के लिए पुतिन को शुभकामना देने की खातिर टेलीफोन पर वार्ता की थी. उसके बाद पीएम ने जेलेंस्की को टेलीफोन किया था और मौजूदा संघर्ष को शीघ्र खत्म करने तथा शांति के लिए सभी प्रयासों के प्रति हिंदुस्तान के समर्थन से अवगत कराया था.

जेलेंस्की ने पीएम मोदी के साथ हुई वार्ता के दौरान अपने राष्ट्र की संप्रभुता के समर्थन के लिए हिंदुस्तान के प्रति आभार व्यक्त किया था. उन्होंने बोला कि हिंदुस्तान को स्विट्जरलैंड में पहले शांति शिखर सम्मेलन में भाग लेते देखना यूक्रेन के लिए जरूरी होगा.

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