Hanuman Jayanti: हनुमान बनने के लिए 8-9 घंटे भूखे रहते थे दारा सिंह
Hanuman Jayanti: रामानंद सागर की ‘रामायण’ (Ramayana) को बने हुए कई वर्ष हो गए हैं। लेकिन लोगों के बीच इस शो और इनके किरदारों का क्रेज इतना अधिक है कि वो जब भी ये शो टेलीकास्ट होता है तो उसी श्रद्धाभाव और चाव से देखते हैं। आज हनुमान जयंती पर हम आपको बताते है कि दारा सिंह को हनुमान बनने के लिए कितना समय लगता था और पूंछ की वजह से बैठने के लिए उनके लिए क्या अरेंजमेंट किए गए थे।
पूंछ के लिए स्पेशल स्टूल
लेहरेन को दिए साक्षात्कार में रामानंद सागर (Ramanand Sagar) के बेटे प्रेम सागर ने ‘रामायण’ सीरियल में निभाए गए सभी किरदारों के डेडीकेशन पर बात की थी। प्रेम सागर ने कहा था कि ‘हनुमान के गेटअप के लिए दारा सिंह के मेकअप में करीबन 3-4 घंटे लगते थे। उन्हें हनुमान जी के लुक से मैच कराना होता था। यदि वो पूंछ पहनते थे तो बैठे कहां? इसलिए उनके लिए एक स्पेशल स्टूल था जिसमें पूंछ के लिए एक कट लगा हुआ था।‘
8-9 घंटे तक नहीं खाते थे खाना
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनके चेहरे पर मोल्ड होता था। ऐसे में मेकअप शूट से 3 घंटे पहले होता था। जिसकी वजह से वो करीबन 8-9 घंटे तक कुछ खा भी नहीं सकते थे। उनका ऐसा डेडिकेशन होता था।
नहीं बनना चाहते थे हनुमान
दारा सिंह के बेटे बिंदू दारा सिंह ने सिद्धार्थ कनन को दिए साक्षात्कार में अपने पिता को लेकर बात की थी। उन्होंने कहा था- ‘रामानंद सागर ने मेरे पिता को शो में लेना का मन बना लिया था।तब मेरे पिता ने मुझसे बोला था कि मैं इस रोल को नहीं करूंगा। इस उम्र में ये रोल करूंगा तो लोग मेरे ऊपर हंसेंगे।‘
कोई यंग लड़का ले लो
इसके बाद जब रामानंद सागर ने पापा से बोला कि ‘तैयार हो जाओ दारा।‘ तब उन्होंने बोला ‘पापाजी कोई यंग लड़का ले लो। मैं नहीं कर सकता हनुमान का रोल इस उम्र में। मैं तो वर्जिश भी नहं करता। तुम ईश्वर के आदेश को ठुकरा नहीं सकते। इसके बाद रामानंग सागर ने बोला कि मैंने पूरी कास्ट को साइन कर लिया है। फिर उन्हें एक सपना आया जिसमें अरुण गोविल राम के रूप में, दीपिका चिखलिया माता सीता के रोल में और दारा सिंह को हनुमान के रोल में देखा था।‘