मशहूर गायक राशिद खान का हुआ निधन,जिससे पूरे देश में दौड़ी शोक की लहर
मशहूर शास्त्रीय संगीत गायक उस्ताद राशिद खान का मंगलवार को 55 वर्ष की उम्र में मृत्यु हो गया। यह समाचार सामने आते ही पूरे राष्ट्र में शोक की लहर दौड़ गई। राष्ट्र के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और पीएम से लेकर कद्दावर शख़्सियतों ने अपनी संवेदना व्यक्त की है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ट्विटर पर लिखा, ‘प्रसिद्ध हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत गायक उस्ताद राशिद खान के मृत्यु के बारे में जानकर दुख हुआ। पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित, उस्ताद राशिद खान ने फ्यूजन की खोज और जुगलबंदी का प्रदर्शन करके बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उन्होंने शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में अपनी विरासत छोड़ी। मैं उनके प्रियजनों और प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उस्ताद राशिद खान के मृत्यु पर दुख जताया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘भारतीय शास्त्रीय संगीत की महान शख्सियत उस्ताद राशिद खान जी के मृत्यु से दुखी हूं। उनकी अद्वितीय प्रतिभा और संगीत के प्रति सरेंडर ने हमारी सांस्कृतिक दुनिया को समृद्ध किया है और पीढ़ियों को प्रेरित किया है। उनके मृत्यु से एक शून्य पैदा हो गया है जिसे भरना कठिन होगा। उनके परिवार, शिष्यों और अनगिनत प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।
उपाध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने भी दुख जताया
इस बीच, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने ट्विटर पर लिखा, ‘पद्म भूषण पुरस्कार विजेता उस्ताद राशिद खान एक प्रख्यात हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत गायक थे, जिनकी गौरतलब विरासत न सिर्फ़ हमारे राष्ट्र के लिए, बल्कि अंतरराष्ट्रीय संगीत बिरादरी के लिए एक अमूल्य खजाना है। उनके मृत्यु से गहरा दुख हुआ है। उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।
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प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित थे
गौरतलब है कि उस्ताद राशिद खान प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित थे। दिसंबर से उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। इसके बाद उन्हें 23 दिसंबर को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। वह पिछले कुछ दिनों से आईसीयू में भर्ती थे और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। आरंभ में उनका उपचार मुंबई के टाटा मेमोरियल कैंसर हॉस्पिटल में चला, लेकिन बाद में वह कोलकाता लौट आए।