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देशभर से आए रंग, कुछ ऐसे बना शोले का आइकॉनिक सॉन्ग

बॉलीवुड की कल्ट क्लासिक फिल्म ‘शोले’ का आइकॉनिक गाना ‘होली के दिन’ तो आपको याद ही होगा…इस गाने के बाद ही फिल्म की कहानी पलट जाती है और क्लाईमैक्स आता है ‘होली के दिन’ सॉन्ग में खूब सारे गुलाल के बीच धर्मेंद्र (Dharmendra), अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan), हेमा मालिनी और जया बच्चन नाचते-गाते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं ‘होली के दिन’ गाना शूट करने के लिए 10 दिन लगे थे इतना ही नहीं गाने में इस्तेमाल होने के लिए गुलाल पूरे राष्ट्र से मंगाया गया था

देशभर से आया था गुलाल!

बॉलीवुड कल्ट क्लासिक फिल्म ‘शोले’ के डायरेक्टर रमेश सिप्पी ने हाल ही में मीडिया को एक साक्षात्कार दिया है जहां रमेश सिप्पी (Ramesh Sippy) से फिल्म ‘शोले’ के आइकॉनिक सॉन्ग होली के दिन के बारे में प्रश्न किया गया जिसपर रमेश सिप्पी ने बताया- ‘यह बेंग्लुरु में 10 दिन का शूट था, सभी आर्टिस्ट को कंटिन्यूटी बनाए रखने के लिए रंग में रंगे रहना था हमें पूरे राष्ट्र से होली के रंगों को व्यवस्था करना पड़ा क्योंकि हमें भरपूर रंग नहीं मिल पा रहे थे

रमेश सिप्पी (Ramesh Sippy Sholay) ने अपने साक्षात्कार में बताया- ‘आप पूरे गांव के लोगों को बिना किसी वजह के इकठ्ठा नहीं कर सकते, और होली बिल्कुल परफेक्ट मौका था फिल्म में गब्बर की एंट्री होती है और वह चिल्लाता है होली कब है? इसके तुरंत बाद होली के दिन गाना आता है जहां सबकुछ एक साथ आता है- बसंती और वीरु के बीच रोमांस और राधा-जय के बीच चुप-चुप वाइब्स‘ रमेश सिप्पी ने साथ ही याद करते हुए कहा- ‘जो उन्होंने सोचा था, वैसा ही पंचम और आनंद बक्शी ने गाने को तैयार किया था‘ बता दें, ‘शोले’ फिल्म वर्ष 1975 में सिनेमाघरों में आई थी, इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर बजट से कई गुना कमाई की थी

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