बिहार

बिहार में महागठबंधन की ओर से सीट शेयरिंग और कैंडिडेट्स के नामों का नहीं हुआ ऐलान

लोकसभा चुनाव में पहले चरण के नामांकन की आज आखिरी तारीख है. अभी तक महागठबंधन की ओर से सीट शेयरिंग और कैंडिडेट्स के नामों का घोषणा नहीं किया गया है. बुधवार तक दिल्ली में आरजेडी-कांग्रेस के बीच बैठकों का दौर जारी रहा. आज गुरुवार को इसका घोषणा पटना में किया जाएगा, इसकी पूरी आसार है.

मुकेश सहनी को मिल सकती है तीन सीट

इससे पहले लालू प्रसाद यादव आरजेडी उम्मीदवारों को सिंबल बांटते रहे. जिस पूर्णिया सीट पर काफी पेंच फंसा रहा उससे जुड़ा फोटो भी बुधवार को सामने आ गया. बीमा भारती को लालू प्रसाद ने कई दिनों पहले ही सिंबल दे दिया था. बेगूसराय की सीट पर सीपीआई ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है. जानकारी है कि पशुपति पारस को एनडीए के बाद महागठबंधन में भी स्थान नहीं दी जा रही है.

मुकेश सहनी की पार्टी को भी एनडीए में स्थान नहीं मिली और उनकी विकासशील आदमी पार्टी का झुकाव महागठबंधन की तरफ है. वे आरजेडी से महागठंधन में तीन सीटों की चाहत रखते हैं. आरजेडी उन्हें ये सीटें दे सकती है.

एक दर्जन सीटों पर लालू प्रसाद सिंबल बांट चुके हैं

लालू प्रसाद ने पूर्णिया से बीमा भारती, गया से कुमार सर्वजीत, जमुई से अर्चना रविदास, नवादा से श्रवण कुशवाहा, औरंगाबाद से अभय कुशवाहा, मुंगेर से अशोक महतो की पत्नी अनिता कुमारी, बांका से जयप्रकाश नारायण यादव को सिंबल पहले ही दे दिया है.

जानकारी है कि पाटलिपुत्र सीट से लालू प्रसाद की बड़ी बेटी मीसा भारती और सारण से लालू प्रसाद की वह बेटी जिन्होंने लालू प्रसाद को किडनी डोनेट किया है और सिंगापुर में रहती हैं वह रोहिणी आचार्या चुनाव लडे़ंगी.

बक्सर से सुधाकर सिंह और उजियारपुर से आलोक मेहता चुनाव लडे़ंगे. वैशाली से मुन्ना शुक्ला लडे़ंगे तो शिवहर सीट से आरजेडी स्त्री प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव लड़ने की पूरी आसार है. रामा सिंह भी लालू प्रसाद से मुलाकात कर चुके हैं. जहानाबाद में आरजेडी सुरेन्द्र यादव को उतार सकती है. हालांकि यहां से अजय कानू ने अपनी पत्नी शारदा देवी के लिए लालू प्रसाद से टिकट की मांग रखी है.

सीपीआई अवधेश राय और सीपीएम संजय कुमार को उतार रही

बता दें सीपीआई ने अवधेश राय को मैदान में उतारा है, पिछली बार यह हॉट सीट इसलिए थी कि यहां से कन्हैया कुमार, भाजपा के गिरिराज सिंह के विरुद्ध चुनाव लड़े थे. सीपीएम खगड़िया से संजय कुमार को उतार रही है. माले को तीन सीटें मिल सकती हैं. आरा से सुदामा प्रसाद, काराकाट से राजाराम सिंह और नालंदा से संदीप सौरभ को उतार सकती है.

महागठबंधन में कांग्रेस पार्टी को पूर्णिया, औरंगाबाद नहीं मिलने से कार्यकर्ताओं में रोष है. पूर्णिया से पप्पू यादव चुनाव लड़ने के लिए अड़े हुए हैं. वे इसी मांग के साथ अपनी पार्टी जाप का विलय कांग्रेस पार्टी में कर चुके हैं. लेकिन लालू प्रसाद ने उनके इस मिशन को पूरा नहीं होने दिया. लालू चाहते थे कि पप्पू पार्टी का विलय आरजेडी में करें लेकिन वे कांग्रेस पार्टी की तरफ चले गए थे. पूर्णिया से अवधेश मंडल की पत्नी बीमा भारती को लालू प्रसाद ने सिंबल दिया है.

औरंगाबाद से पूर्व गवर्नर और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता निखिल कुमार चुनाव लड़ना चाहते थे. कांग्रेस पार्टी ज्यादातर अपनी परंपरागत सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी. इसमें सासाराम, कटिहार, पटना साहिब, बेतिया जैसी सीटें हो सकती हैं. नाराज पप्पू यादव पूर्णिया से निर्दलीय चुनाव लड़ते हैं तो पूर्णिया का चुनाव दिलचस्प हो जाएगा. लोगों की नजर इस पर भी है कि कांग्रेस पार्टी कन्हैया कुमार को बिहार से चुनाव लड़ाती है कि नहीं!

 

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