Uttarakhand: 46 जगह हुई वनाग्नि की घटनाएं, गढ़वाल में 20 और कुमाऊं में 24 जगह धधके जंगल
उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों में पिछले 24 घंटों के दौरान वनाग्नि की 46 घटनाएं सामने आयीं, जिसमें 53.15 हेक्टेयर जंगल जलकर खाक हो गया. यहां प्रदेश के वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, इससे 1,09,700 रुपये की आर्थिक क्षति का आंकलन किया गया है.
प्रदेश में एक नवंबर, 2023 से लेकर 23 अप्रैल 2024 तक वनाग्नि की कुल 477 घटनाएं सामने आयीं जिनमें 570.07 हेक्टेयर जंगल क्षतिग्रस्त हो गया और 12,40,151 रूपये की आर्थिक नुकसान हुई.
उत्तराखंड में बढ़ते तापमान के साथ जंगलों में आग लगने की घटनाओं में हो रही वृद्धि के बीच मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने मंगलवार को स्थिति की समीक्षा की तथा ऑफिसरों को इसे रोकने के तरीकों में तेजी लाने के निर्देश दिए.
समीक्षा बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सभी जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तथा प्रभागीय वन अधिकारी शामिल हुए जबकि पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार, प्रमुख सचिव आर।के। सुधांशु और रंजीत कुमार सिन्हा उपस्थित रहे.
बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने ऑफिसरों से वनाग्नि की बढ़ती घटनाओं को रोकने के तरीकों में तेजी लाने के निर्देश दिए. उन्होंने वनाग्नि की सूचना मिलते ही तुरन्त इसकी रोकथाम करने के निर्देश दिए. रतूड़ी ने इस संबंध में लोगों में भी जागरूकता पैदा करने को कहा.