पुलिस लाइन में आयोजित दीक्षांत समारोह में महिला सशक्तीकरण का रहा जलवा
चतुर्थ वाहिनी पीएसी में ट्रेनिंग करने वाले उत्तर प्रदेश पुलिस एएसआई भर्ती में नवचयित 186 प्रशिक्षु प्रदेश के विभिन्न जिलों के रहने वाले हैं। काफी मेहनत के बाद अब वे उत्तर प्रदेश पुलिस का हिस्सा बने हैं और वर्दी पहनने का सपना पूरा हुआ। दीक्षांत कार्यक्रम के बाद उनके परिजनों ने गले से लगाकर शुभकामना दी। इस भावुक पल को कैमरे में कैद करने में लगे रहे। छह महीने में अन्त और वाह्य कक्षीय प्रशिक्षण के साथ साथ फायर सर्विस, प्राथमिक इलाज एवं लेखा संबंधी जरूरी विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया। इस परेड के टॉपर रहे भटनी, देवरिया निवासी विक्रम प्रताप यादव ने काफी संघर्ष किया है। गोरखपुर यूनिवर्सिटी से एमकॉम की पढ़ाई के बाद वायुसेना में भर्ती के लिए विक्रम लगे थे लेकिन कामयाबी नहीं मिली। दिल्ली पुलिस में दौड़ में बाहर हो गए। विक्रम के बड़े भाई वीरेंद्र प्रताप सेना में हैं। बड़े भाई से हौसला मिली और आखिर में उत्तर प्रदेश पुलिस के अंग बने।
इसी तरह दूसरे टॉपर रायबरेली निवासी उत्कर्ष आनंद का सपना था कि वह उत्तर प्रदेश पुलिस में जॉब करें। उत्कर्ष ने कहा कि उनके बड़े भाई सौरभ आनंद आगरा में न्यायधीश हैं। इससे पूर्व परेड में प्रथम परेड कमांडर गुलाब सिंह मलिक, द्वितीय परेड कमांडर जसपाल सिंह एवं तृतीय परेड कमांडर अमित मिश्रा के नेतृत्व में आयोजित दीक्षांत परेड का मान-प्रणाम ग्रहण किया गया।
यूपीएससी में पति, ससुर ने दी बधाई
उत्तराखंड की रहने वाली आर पानू को शुभकामना देने के लिए उनके पति आशीष समेत पूरा परिवार पुलिस लाइन पहुंचा था। उनकी यूपीएससी में तैनात आशीष की एक वर्ष पहले ही विवाह हुई है। विवाह के बाद से उनकी पत्नी आर पानू तैयारी कर रही थीं। परेड के बाद ससुरालवालों ने अपनी खुशी जाहिर की। पानू ने अपने ससुर सुभाष शर्मा को कैप पहना दी। सभी लोग भावुक हो गए।
मां ने कैप पहनकर बेटे को सैल्यूट किया
बलिया के विपुल दुबे के माता-पिता परेड के बाद बेटे से मिलकर भावुक हो गए। दोनों की आंखें भर आईं। विपुल ने अपनी मां जयमाला को कैप पहना दी। मां ने अपने बेटे को वहीं पर सैल्यूट किया। इसके बाद गले से लगा लिया और खुशी में रोने लगीं। विपुल के पिता राजीव की आंखें भी भर आईं। इसके बाद वह बेटे के साथ पुलिस लाइन में जमकर झूमी। वहीं एलनगंज की सृष्टि ने मां प्रीति और बहन श्वेता के साथ जमकर डांस किया। बोली कि वह अपनी मां की प्रेरणा से सब इंस्पेक्टर बनी हैं। इसी तरह बस्ती से पहुंचे विवेक अपनी मां बीना देवी के साथ सेल्फी देते नजर आए।
परेड के बाद जमकर प्रशिक्षुओं ने किया डांस
पुलिस लाइन में आयोजित दीक्षांत कार्यक्रम में स्त्री सशक्तीकरण का जलवा रहा। स्त्री प्रशिक्षुओं ने हर मोर्चे पर बाजी मारी। परेड की कमान संभाली और परीक्षा में प्रथम रैंक से लेकर तीसरी रैंक तक कब्जा किया। परेड की समापन के बाद पुलिस बैंड पर पुलिस लाइन में जमकर डांस किया। अपने परिजनों के साथ स्त्री दरोगाओं ने ऐसा धमाल मचाया कि उनके परिजन भी खुशी से झूम उठे।