खुलासा! ठगों ने महिला के खाते से उड़ाए साढ़े तीन करोड़ रुपए
Varanasi News: हैली… मैं ट्राई का अधिकारी बोल रहा हूं, आपका मोबाइल नंबर फर्जी ढंग से लिया गया है और आपके विरुद्ध अरेस्ट वारंट है. 2 घंटे में मोबाइल बंद हो जाएगा, एकाउंट में रखे पैसे को RBI के खाते में भेज दे, सब कुछ ठीक रहा तो तीन दिन में यह पैसा आपके पास आ जाएगा. कुछ यही बात कहते हुए वाराणसी कि रिटायर शिक्षिका के खाते से ठगों ने साढ़े तीन करोड़ रुपए ठग लिए. पीड़ित स्त्री को जब ठगी का अहसास हुआ था, वाराणसी साइबर पुलिस स्टेशन में कम्पलेन किया. ठगी के इस नायाब ढंग को सुन पहले तो पुलिसकर्मी भी दंग हो गए, लेकिन जब मुकदमा की तहकीकात किया, तो ठगी करने वालों के बारे में जानकर वह भी चौक गए. ठगी करने वाले कोई और नहीं बल्कि बैंक में कार्यरत दो सगे भाई निकले. पुलिस ने दोनो आरोपी भाइयों के साथ कुल 6 लोगों को अरैस्ट किया है. साइबर पुलिस ने गुजरात के सूरत से 2 और लखनऊ से 4 आरोपियों को अरैस्ट कर मुद्दे का खुलासा किया है.
अलग -अलग खातों में किया शातिर अंदाज में ठगी का पैसा ट्रांसफर
वाराणसी की रिटायर स्त्री शिक्षिका के साथ हुए ठगी के मुद्दे में पुलिस ने अभियुक्तों की गिरफ्तारी के बाद मुद्दे का खुलासा किया. मुद्दे को लेकर वाराणसी कमिश्नरेट वरुणा जोन के एडीसीपी चंद्रकांत मीणा ने कहा कि ठगी करने वाले रैकेट के सदस्य में स्त्री के नंबर पर 8 मार्च को कॉल किया और स्वयं को ट्राई का अधिकारी बताते हुए गैरकानूनी ढंग से मोबाइल नंबर लेने का भय दिखाया और स्त्री के विरुद्ध अरेस्ट वारंट होने की बात कह अपने सीनियर ऑफिसरों से बात करने के लिए स्काइप आईडी डाउनलोड करवाया. ठगों ने स्त्री को एक अन्य ठग को अपना सीनियर अधिकारी बनकर एप्प के जरिए बात करवाए, जिसमे ठग ने स्त्री के बैंक एकाउंट की डिटेल लिया और गिरफ्तारी का डर दिखाते हुए सभी पैसों को तथाकथित RBI के खाते में भेजने का दबाव बनाया. स्त्री को ठगों ने आश्वस्त किया कि जांच के बाद उसके पैसे तीन दिनों में उसके खाते में आ जाएंगे. स्त्री से जांच की बात कहते हुए ठगो ने घर बाहर न निकलने और न ही किसी से इस बात का जिक्र करने का डर दिखाया.
पहले ट्राई का अधिकारी फिर पुलिस अधिकारी बनकर करते है ठगी
डीसीपी ने कहा कि अरैस्ट हुए अभियुक्तों ने कहा कि पहले वह योजनाबद्ध ढंग से लोगो को ट्राई का अधिकारी बनकर कॉल करते और गैरकानूनी कार्य में संलिप्तता की वजह से उनका नंबर बंद होने का भय दिखाते. इसके उपरांत उनके एक साथी द्वारा कुछ देर बाद पुलिस अधिकारी बनकर लोगों के विरुद्ध अरेस्ट वारंट होने की बात कह अपने अर्दब में लिया जाता है. वह गिरफ्तारी से बच सकते है, पहले तो उन्हे विश्वास दिलवाया जाता और उनके एकाउंट से फर्जी वेबसाइट के माध्यम से पैसे राष्ट्र के विभिन्न राज्यों में पूर्व से खोले गए खातों में ट्रांसफर कर दिया जाता. इसी योजना के अनुसार वाराणसी की स्त्री के साथ 3 करोड़ 55 लाख की ठगी की गई. पुलिस ऑफिसरों ने कहा कि लखनऊ से पकड़े गए 4 आरोपियों में दो सगे भाई है जिनमे से सरफराज ICICI बैंक का रीजनल मैनेजर और उसका भाई नुरुल हुदा HDFC बैंक में कैशियर है. सभी 6 आरोपियों पर मुकदमे के अनुसार कार्रवाई करते हुए कारावास भेज दिया गया है.