कैश फॉर क्वेरी विवाद में घिरी तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा…
नई दिल्ली। कैश फॉर क्वेरी टकराव में घिरी तृणमूल कांग्रेस पार्टी की सांसद महुआ मोइत्रा ने शुक्रवार को बोला कि भाजपा की प्रयास उन्हें संसद से निष्कासित करने की है। उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा, ‘आचार समिति के अध्यक्ष मीडिया से खुलकर बात करते हैं। कृपया लोकसभा नियम देखें। एक “शपथ पत्र” मीडिया तक कैसे पहुंचता है? चेयरमैन को पहले इसकी जांच करानी चाहिए कि ये लीक कैसे हुआ। मैं दोहराती हूं – भाजपा का एक सूत्रीय एजेंडा मुझे अडानी पर चुप कराने के लिए लोकसभा से निष्कासित करना है।’
इसके अलावा, संसदीय आचार समिति के अध्यक्ष विनोद सोनकर ने शुक्रवार को जानकारी दी कि उन्हें ‘कैश फॉर क्वेरी’ घोटाले के संबंध में व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी से एक हलफनामा मिला है, जिसमें इस टकराव में तृण मूल काँग्रेस सांसद महुआ-मोइत्रा द्वारा निभाई गई कथित किरदार का उल्लेख किया गया। एथिक्स पैनल के अध्यक्ष सोनकर ने कहा, “मुझे दर्शन हीरानंदानी से एक पत्र मिला। एथिक्स पैनल को दिए अपने 3 पेज के हस्ताक्षरित हलफनामे में, दर्शन हीरानंदानी ने तृण मूल काँग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा के साथ अपनी दोस्ती को स्वीकार किया था और दावा किया था कि लोकसभा सदस्य ने अदानी समूह पर धावा करने को प्रसिद्धि के मार्ग के रूप में देखा।’
उन्होंने आगे कहा, ‘महुआ मोइत्रा लोकसभा चुनाव 2019 में सांसद बनी थी। उसे उसके दोस्तों ने राय दी थी कि प्रसिद्धि का सबसे छोटा रास्ता नरेंद्र पर धावा करना। गौतम अदानी और नरेंद्र मोदी दोनों गुजरात से आते हैं। ये पीएम पर धावा करने का सबसे सरल रास्ता।’’
क्या है पूरा मामला
रियल एस्टेट अरबपति निरंजन हीरानंदानी के बेटे दर्शन हीरानंदानी तृणमूल कांग्रेस पार्टी नेता महुआ मोइत्रा से जुड़े कैश फॉर क्वेरी टकराव में सरकारी गवाह बन गए और दावा किया कि उन्होंने केंद्र गवर्नमेंट से प्रश्न पूछने के लिए राज्यसभा सांसद महुआ मोइत्रा के संसदीय लॉगिन का इस्तेमाल किया था। महुआ मोइत्रा के निशिकांत दुबे के विरुद्ध मानहानि मुद्दे की सुनवाई से एक दिन पहले यानी आज आरोपी उद्योगपति ने सारे राज खोल दिए और कबूल किया कि उसने लॉगइन किया था। इस मुद्दे की एक्सक्लूसिव कॉपी मीडिया इण्डिया के पास है।