नौसेना दिवस 2023 समारोह में शामिल हुए प्रधानमंत्री मोदी
मुंबई: पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद नौसेना दिवस 2023′ कार्यक्रम (Navy Day 2023) में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने महाराष्ट्र में सिंधुदुर्ग के तारकरली समुद्र तट से भारतीय नौसेना के जहाजों, विमानों और विशेष बलों के परिचालन प्रदर्शन को देखा।
जो समुद्र को नियंत्रित कर सकता है वह सबसे शक्तिशाली
नौसेना दिवस 2023′ कार्यक्रम में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, “नौसेना परिवार के सभी सदस्यों को मेरी शुभकामनाएं… मैं इस सिंधुदुर्ग किले से नौसेना दिवस की शुभकामनाएं देने के लिए भाग्यशाली हूं। छत्रपति शिवाजी महाराज समुद्र की शक्ति का महत्व जानते थे। उनके नारे का अर्थ था, जो समुद्र को नियंत्रित कर सकता है वह सबसे ताकतवर है।”
अपनी विरासत पर गर्व
उन्होंने आगे कहा, “मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है कि भारतीय नौसेना में रैंकों का नाम भारतीय संस्कृति के मुताबिक बदला जाएगा। हम इस पर भी काम कर रहे हैं। हमारे रक्षा बलों में स्त्री शक्ति बढ़ रही है। मैं नौसेना जहाज पर राष्ट्र की पहली स्त्री कमांडिंग ऑफिसर की नियुक्ति के लिए नौसेना को शुभकामना देना चाहता हूं।”
लोगों ने हर क्षेत्र में आगे बढ़ने की खाई कसम
मोदी ने कहा, “जनता ने निराशावाद की राजनीति को परास्त कर हर क्षेत्र में आगे बढ़ने का संकल्प लिया है। यह प्रण हमें विकसित हिंदुस्तान की ओर ले जाएगा। उनकी प्रतिज्ञा उस गौरव को वापस लाएगी जिसका यह राष्ट्र हकदार है। हिंदुस्तान का इतिहास केवल 1000 वर्ष पुरानी गुलामी, हार और निराशा का नहीं है। हिंदुस्तान का इतिहास विजय, वीरता, ज्ञान, विज्ञान, कला और हमारी नौसैनिक विशेषज्ञता का है।”
नौसेना के एपॉलेट पर शिवाजी महाराज की सेना का प्रतीक
नौसेना दिवस कार्यक्रम में पीएम ने कहा, ”छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरित होकर राष्ट्र परतंत्रता की मानसिकता को पीछे छोड़कर आगे बढ़ रहा है। मुझे खुशी है कि हमारे नौसेना अधिकारी अब जो एपॉलेट पहनते हैं उस पर अब शिवाजी महाराज की सेना का प्रतीक होगा। यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे नौसेना ध्वज को छत्रपति शिवाजी महाराज की विरासत के साथ जोड़ने का अवसर मिला।”
छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण
इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने सिंधुदुर्ग जिले के राजकोट किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान महाराष्ट्र के गवर्नर रमेश बैस, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस उपस्थित थे।