अब गरीबों के इलाज की पूरी जिम्मेदारी उठाएगी सरकार, जानें कैसे मिलेगा लाभ
Ayushman Bharat Yojana: पीएम मोदी के द्वारा गरीबों और जरूरतमंदों के निःशुल्क उपचार के लिए आयुष्मान हिंदुस्तान योजना की शुरूआत साल 2018 में की गयी थी। इस योजना के अनुसार पात्र लोगों को निःशुल्क और जरूरी रूप से निर्धारित और उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जाती हैं। इसमें आपकी चिकित्सा खर्चों का पूरा ख्याल रखा जाता है ताकि आप आर्थिक बोझ के बिना ठीक स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त कर सकें।
आयुष्मान हिंदुस्तान योजना के तहत, प्रत्येक आधार के धारक को एक आयुष्मान हिंदुस्तान गोल्डन कार्ड प्रदान किया जाता है, जिससे वह पांच लाख रुपये तक का मुफ़्त चिकित्सा सेवाओं का फायदा उठा सकते हैं। योजना के भीतर गर्भवती महिलाएं, नवजात शिशुओं, और विशेष आधार वाले लोगों को भी विशेष फायदा प्रदान किया जाता है।
ज्यादा से अधिक लोगों को आयुष्मान योजना का फायदा मिले इसके लिए, केंद्र गवर्नमेंट के द्वारा आयुष्मान योजना का तीसरे चरण की शुरूआत की गयी है। साथ ही, कार्ड बनाने की प्रक्रिया को भी आसान बना दिया गया है। गवर्नमेंट ड्राइव चलाकर लोगों को इससे जोड़ रही है।
अब आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए लोगों को परेशान होनी की आवश्यकता नहीं है। अब आप अपने मोबाइल टेलीफोन की सहायता से झट से आयुष्मान कार्ड जेनेरेट कर सकते हैं। इसके लिए अस्पतालों में कई स्थानों पर क्यूआर कोर्ड भी लगाया गया है।
सरकार ने लाभुकों को किसी भी तरह की कठिनाई से बचाने के लिए सेल्फ रजिस्ट्रेशन मोड प्रारम्भ किया है। इसमें लाभार्थियों के पास वेरीफिकेशन के लिए OTP, आइरिस और फिंगरप्रिंट और फेस-आधारित वेरीफिकेशन विकल्प हैं। इस पर रजिस्ट्रेशन घर बैठे मोबाइल से करा सकते हैं।
कार्ड बनाने के लिए आपके पास राशन कार्ड, आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साइज फोटो, पैन कार्ड आदि दस्तावेजों का होना महत्वपूर्ण है। इसके बाद गवर्नमेंट के द्वारा आपके द्वारा भेजा गया रिक्वेस्ट वेरिफाई किया जाएगा। इसके बाद, आपका आधार कार्ड बना दिया जाएगा।
इस योजना में अच्छी बात ये है कि आयुष्मान कार्ड के लिए रिक्वेस्ट वेरिफाई होने के बाद, आपके परिवार के हर सदस्य को पांच-पांच लाख का स्वास्थ्य बीमा मिलेगा। उपचार में कठिनाई होने पर हर राज्य के लिए केंद्र गवर्नमेंट के द्वारा अलग-्लग हेल्प लाइन नंबर भी जारी किया गया है।