MP News: बोरवेल हादसे में दूसरा ये बड़ा एक्शन
Rewa borewell case Update: रीवा जिले के त्योंथर विधानसभा क्षेत्र के मनिका गांव में हुई भयावह घटना ने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया। यहां खुले बोरवेल की वजह से एक 6 वर्ष के मासूम मयंक की मृत्यु हो गई। हादसे के बाद लगातार 45 घंटे तक रेस्क्यू टीम ने अभियान चलाया, जेसीबी के माध्यम से खुदाई का काम भी हुआ लेकिन बच्चे को बचा नहीं पाए। वहीं घटना को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कठोर तेवर दिखाएं हैं। उन्होंने दूसरा बड़ा एक्शन आज लिया है।
बता दें कि मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जनपद CEO और त्योंथर पीएचई SDO को तुरन्त निलंबित करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही रोजगार सहायक को बर्खास्तगी और पीसीओ को शोकॉज नोटिस भेजा गया है। वहीं आज जिस खेत पर बोरवेल बना था, उस जमीन के मालिक के विरुद्ध धारा 304 के अनुसार मुद्दा दर्ज कर, अरैस्ट कर लिया है।
सीएम ने की आर्थिक मदद
सीएम मोहन यादव ने पीड़ित बच्चे के परिजनों को रेडक्रॉस की ओर से ₹4 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है। इस मुद्दे में ज़िम्मेदारी तय करते हुए सीईओ जनपद त्योंथर एवं एसडीओ पीएचई त्योंथर को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं।
गौरतलब है कि 3 दिन पहले 6 वर्ष का मासूम मयंक खुले बोरवेल में गिर गया था। प्रशासन ने करीब 45 घंटे तक कोशिश किया लेकिन जिला प्रशासन और एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की टीम मयंक की जान बचाने में विफल रही। हॉस्पिटल में पहुंचते ही डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
खुले में न छोड़े बोरवेल
रीवा पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह का बोलना हैं कि असुरक्षित बोरवेल खेत में था। जिसके चलते मासूम की जान गई थी। इसको लेकर हमने भूमि स्वामी के विरुद्ध 304 का मुद्दा दर्ज कर लिया है, और उसकी गिरफ्तारी कर ली है। जिससे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने आगे बोला कि लोगों से अपील की है कि असुरक्षित बोरवेल को खुला हुआ ना छोड़े। यदि आप उसे व्यवस्थित करने में असक्षम है, तो जिला प्रशासन आपकी पूरी सहायता करेगा ताकी किसी मासूम की जान ऐसे असुरक्षित बोरवेल की चलते न जाए।