आज भी देश के इन बड़े राज्यों में भ्रष्टाचार हो रहा है, इसके बारे में विस्तार से जानें
भ्रष्टाचार एक ऐसा कीड़ा है जो राष्ट्र के विकास के आड़े आता है और बर्बादी की वजह बन जाता है। बता दें कि करप्शन का जाल बहुत बढ़ा है। वर्तमान में बोला जाता है कि मोदी गवर्नमेंट आने से करप्शन समाप्त हो गया है, लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगी कि आज भी राष्ट्र के कुछ बड़े राज्यों में करप्शन हो रहा है, आइए जानते है इस बारे में विस्तार से पूरी जानकरी…
बढ़ रहा करप्शन का जाल
मिली जानकारी के मुताबिक, हिंदुस्तान में प्रत्येक दिन करप्शन के औसतन 11 मुद्दे दर्ज किए जाते हैं। जी हां आपको जानकर आश्चर्य होगी कि वर्ष 2021 के मुकाबले 2022 में करप्शन के मुद्दे करीब 11 प्रतिशत और बढ़ गए है। एनसीआरबी की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में जहां कुल 3,745 मुद्दे सामने आए थे, तो वहीं 2022 में बढ़कर 4139 हो गए। ऐसे में यह सामने आया कि 2021 के मुकाबले वर्ष 2022 में करप्शन और भी बढ़ा है।
भ्रष्टाचार अधिनियम के अनुसार दर्ज किये गए मामले
राज्य | 2020 | 2021 | 2022 | कुल |
महाराष्ट्र | 664 | 773 | 749 | 2,186 |
राजस्थान | 363 | 501 | 511 | 1,375 |
कर्नाटक | 296 | 360 | 389 | 1,045 |
भारत | 3,123 | 3,745 | 4,139 | 11,007 |
इन राज्यों में सबसे अधिक घूसखोरी
जैसा की हमने आपको कहा राष्ट्र के कई ऐसे बड़े राज्य है जहां आज भी करप्शन जोरों से पनप रहा है। करप्ट राज्यों की लिस्ट में महाराष्ट्र पहले और राजस्थान दूसरे और कर्नाटक तीसरे जगह पर हैं। जानकारी के लिए आपको बता दें कि 2020 और 2021 में भी यही राज्य टॉप-3 में शामिल थे। राष्ट्र के इन राज्यों में सबसे अधिक रिश्वतखोरी भू, राजस्व, रजिस्ट्रेशन संबंधित मामलों में है।
भ्रष्टाचार के मुद्दे में हिंदुस्तान का नंबर।।
वहीं इसके बाद दूसरे पर पुलिस और तीसरे पर नगर निगम का नंबर आता है। यहां पर लोगों को सर्वाधिक घूस देनी पड़ती है। घूसखोरी के उपायों की बात करें तो 71 प्रतिशत मामलों में घूस गिफ्ट अथवा कैश के रूप में दिए जाते हैं। आइल अतिरिक्त आपको यह भी जानकारी दें दे कि ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के ‘भ्रष्टाचार सूचकांक 2022’ में हिंदुस्तान 40 अंकों के साथ दुनिया में 85वें जगह पर है। ऐसे में अब यह देखना होगा कि क्या आने वाले समय में करप्शन के मामलों में हमारा राष्ट्र कहां रहता है।
2022 में करप्शन मुद्दे में क़ानूनी कार्रवाई
राज्य | गिरफ्तार हुए | चार्जशीट दायर | दोषी करार | बरी हुए |
महाराष्ट्र | 1,044 | 699 | 44 | 453 |
राजस्थान | 776 | 724 | 144 | 240 |
कर्नाटक | 357 | 334 | 63 | 131 |
भारत | 4,993 | 5,090 | 852 | 1,4477 |
महाराष्ट्र में केवल 8.2 प्रतिशत दोषी?
महाराष्ट्र एक ऐसा राज्य है जहां राष्ट्र में सबसे अधिक करप्शन होने के मुद्दे समाने हैं वहीं आपको यहां के दोषियों का आंकड़ा जानकर आश्चर्य होगी। सामने आई रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र में भ्रष्टाचारियों पर गुनाह साबित होने की रेट बहुत कम है। यहां करीब 92 प्रतिशत मामलों में आरोपियों पर गुनाह सिद्ध नहीं हो पाता। इसी तरह कर्नाटक में भी 63 प्रतिशत आरोपी गुनेहगार करार नहीं दिए जाते। राजस्थान में स्थिति थोड़ी बेहतर है, यहां 51.2 फीसदी मामलों में आरोपी गुनेहगार करार दिए जाते हैं। राष्ट्र की बात करें तो हिंदुस्तान में करप्शन के 60 प्रतिशत मामलों में गुनाह सिद्ध नहीं हो पाता। ऐसे में हम इस मुद्दे में कह सकते है कि करप्शन विरोधी गतिविधियों को और भी तेज गति से चलाने की जरूरत है।
जानें कहां कितनी रिश्वतखोरी
भूमि टकराव में | 26 फीसदी |
टैक्स विभाग | 8 फीसदी |
जल विभाग | 5 फीसदी |
पुलिस महकमे | 19 फीसदी |
म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन | 13 फीसदी |
बिजली बोर्ड | 3 फीसदी |
ट्रांसपोर्ट विभाग | 13 फीसदी |
अन्य | 13 फीसदी |