डीपफेक मुद्दे पर पीएम मोदी ने कहा- “भारत के पास दुनिया का सबसे बड़ा…”
पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को स्मार्ट इण्डिया हैकथॉन 2023 के ग्रैंड फिनाले में प्रतिभागियों से बात करते हुए कहा है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एक गतिशील मामला है और जनता को नयी तकनीक पर सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने ये भी कहा है कि टेक्नोलॉजी अभूतपूर्व ढंग से जीवन का एक जरूरी भाग बन चुकी है और इसका आयात न करना या इसके लिए दूसरों पर निर्भर न रहना हिंदुस्तान का लक्ष्य होना चाहिए।
उन्होंने कहा है कि ‘भारत के पास दुनिया का सबसे बड़ा प्रतिभा भंडार है और दुनिया को विश्वास है कि हिंदुस्तान अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों से निपटने के लिए कम लागत वाला गुणवत्तापूर्ण, टिकाऊ और व्यापक निवारण प्रदान करेगा।’ ‘स्मार्ट इण्डिया हैकथॉन’ के भव्य समाप्ति के समय विद्यार्थियों से वार्तालाप करते हुए उन्होंने कहा है, ‘टेक्नोलॉजी अभूतपूर्व ढंग से हमारे जीवन का जरूरी भाग बन चुकी है, हमारा लक्ष्य यह होना चाहिए कि हिंदुस्तान को किसी भी टेक्नोलॉजी का आयात करने की आवश्यकता न हो या इसके लिए दूसरों पर निर्भर न रहना पड़े।’
डीपफेक के मामले को संबोधित करते हुए, मोदी ने कहा है, “यह (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) एक बहुत ही गतिशील मामला है। एक निवारण लाएंगे तो शरारती लोग दूसरा रास्ता ढूंढ सकते है। हमें किसी भी नयी तकनीक पर बहुत सावधान होना पड़ेगा। यदि इसे नियमों के अनुसार इस्तेमाल किया जाए तो यह बहुत उपयोगी हो सकता है, लेकिन यदि इसका इस्तेमाल गलत ढंग से किया जाए तो यह बहुत सारी समस्याएं पैदा कर सकता है। डीप फेक वीडियो एकदम वास्तविक लगते हैं। इसलिए किसी भी फोटो या वीडियो पर विश्वास करने से पहले हमें अधिक सावधान रहने की जरूरत है। हिंदुस्तान एआई के लिए एक अंतरराष्ट्रीय ढांचा तैयार करने पर काम कर रहा है।”
अहमदाबाद में हो रहे इस कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल होते हुए प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्पेस टेक्नोलॉजी, इकोनॉमी से लेकर भारतीय रेलवे के परिवर्तनकारी चरण तक कई मुद्दों पर बात की। उन्होंने इस बारें में कहा है कि, ”भारतीय रेलवे अपने परिवर्तनकारी दौर से गुजर रहा है। सेंट्रल सरकार इस पर हजारों करोड़ रुपये खर्च कर रही है और हमारा फोकस लॉजिस्टिक्स पर भी है। आपका नवप्रवर्तन बहुत मददगार होने वाला है। आपकी टीम में बांग्लादेश के विद्यार्थियों को देखकर मुझे अच्छा लगा। हमने हायर स्टडीज के लिए विदेशी राष्ट्रों से हिंदुस्तान आने वाले विद्यार्थियों के लिए ‘स्टडी इन इंडिया’ कार्यक्रम शुरू कर दिया है।”