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प्रवीण खंडेलवाल : पीएम ने जो विकास कार्य किए, लोगों का मानना है कि वह…

नई दिल्‍ली . बीजेपी नेता और दिल्ली की चांदनी चौक से पार्टी प्रत्याशी प्रवीण खंडेलवाल के मुताबिक, पीएम मोदी और उनके कामों ने पिछले 10 वर्ष में एक विश्‍वास हासिल किया है. पीएम ने जो विकास कार्य किए, लोगों का मानना है कि वह कार्य आगे भी जारी रहने चाहिए. सब मानते हैं कि अगली गवर्नमेंट प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ही बनाएंगे.

प्रवीण खंडेलवाल ने आईएएनएस से दिल्ली में आप-कांग्रेस गठबंधन, बीजेपी की स्थिति, दिल्ली के इंफ्रास्ट्रक्चर, स्कूल, हॉस्पिटल और पीएम मोदी के 10 वर्ष के कार्यकाल को लेकर वार्ता की.

सवाल : क्या बीजेपी दिल्ली में अपना पुराना प्रदर्शन दोहरा सकेगी?

जवाब : जी हां, पीएम मोदी द्वारा किए गए कार्य जमीन पर दिखाई दे रहे हैं. प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति लोगों में बहुत सकारात्मक रेट है और पीएम मोदी ने आम लोगों के हितों के लिए काम किया है. पीएम मोदी छोटे कारीगरों के लिए विश्‍वकर्मा योजना लेकर आए. रेहड़ी पटरी वालों को स्वनिधि योजना के अनुसार फायदा पहुंचाया. गरीब परिवारों को कन्यादान योजना का फायदा दिया. मुद्रा योजना से लोगों को सीधा फायदा मिला है.

सवाल : आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पार्टी के बीच हुआ गठबंधन दिल्ली में बीजेपी के लिए कितनी बड़ी चुनौती है?

जवाब : टूटी-फूटी कांग्रेस पार्टी मुकाबला करने की स्थिति में ही नहीं है. कांग्रेस, आम आदमी पार्टी के सहारे अपना आधार हासिल करने की फिराक में है. वहीं, आम आदमी पार्टी चाहती है कि कांग्रेस पार्टी के बचे-खुचे वोट उसे मिल जाए. यह गठबंधन पूरी तरह से अवसरवाद पर आधारित है. दिल्ली की जनता इस अनैतिक गठबंधन को नकार चुकी है. दिल्ली में इन दोनों दलों के बीच गठबंधन है. जबकि, पंजाब में कांग्रेस पार्टी और आम आदमी पार्टी के नेता एक-दूसरे के विरुद्ध प्रचार कर रहे हैं, एक-दूसरे को भला-बुरा कह रहे हैं.

सवाल : दिल्ली गवर्नमेंट का बोलना है कि उसने स्कूल, हॉस्पिटल और ढांचागत के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य किए हैं, जिससे उसे वोट मिलेंगे. इसे आप कैसे देखते हैं?

जवाब : दिल्ली में कई ऐसी बस्तियां हैं, जहां 200 लोगों पर सिर्फ़ एक टॉयलेट है. साफ-सफाई नहीं रहती. वहीं, विद्यालयों की बात की जाए तो आम आदमी पार्टी के शासन वाले नगर निगम के विद्यालयों को लेकर उच्च न्यायालय ने फटकार लगाई है. यहां विद्यार्थियों को न बैठने के लिए डेस्क है, न पढ़ने के लिए कॉपी-किताबें. विद्यालय के स्टाफ को कई महीनों से वेतन नहीं मिला है. बताइए, कितने विधायक और मंत्री अपने बच्चों को इन विद्यालयों में पढ़ाते हैं. यही हाल दिल्ली गवर्नमेंट के सरकारी अस्पतालों का भी है. जहां दिल्ली के आम लोगों को पीएम मोदी द्वारा प्रारम्भ की गई आयुष्मान योजना का फायदा तक नहीं मिल पा रहा है.

सवाल : दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने ‘जेल का उत्तर वोट से’ कैंपेन चलाया है. उनका बोलना है कि सीएम को चुनाव प्रचार से रोकने के लिए अरैस्ट किया गया है?

जवाब : ‘जेल का उत्तर वोट से’ इस बात में कोई दम नहीं है. क्या किसी सामान्य आदमी और सीएम के लिए भिन्न-भिन्न नियम-कानून होने चाहिए. यदि कोई छोटा या सामान्य आदमी कुछ करता है तो उसे कानून के हिसाब से चलना होता है, फिर सीएम पर वही कानून लागू क्यों न हो.

सवाल :-चांदनी चौक से आप चुनाव लड़ रहे हैं, यहां जनता के बीच आपके क्या प्रमुख वादे हैं?

जवाब : यहां मेडिकल सुविधाएं नहीं के बराबर है. गवर्नमेंट बनने के बाद यहां 200 बेड का मल्टी फैसिलिटी हॉस्पिटल बनाने जा रहा है. युवाओं के लिए खासतौर पर स्टार्टअप का गठन किया जाएगा. युवाओं के आइडियाज के आधार पर इनक्यूबेशन सेंटर फॉर यंग जेनरेशन बनाएंगे. इसके लिए फाइनेंस भी मौजूद कराया जाएगा.

 

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