पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के पार्टी बदलने के बाद कांग्रेस को लगा बड़ा झटका
मुंबई: कांग्रेस पार्टी (Congress) से लगातार नेताओं का पार्टी को छोड़ना जारी है। वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम अशोक चव्हाण के पार्टी बदलने के बाद कांग्रेस पार्टी को एक और झटका लगा है। बुलढाणा के खामगांव विधानसभा क्षेत्र से तीन बार कांग्रेस पार्टी विधायक रहे दिलीप सानंदा (Dilip Sananda) के बारे में सियासी गलियारों में चर्चा है कि वह जल्द ही भाजपा (BJP) में शामिल होंगे। इस समाचार से महाराष्ट्र राजनीति (Maharashtra Politics) में हलचलें तेज हो गई है।
मिली जानकारी के मुताबिक, इन चर्चाओं की पुष्टि स्वयं दिलीप सानंदा ने भी की है। उन्होंने बोला है कि वह मुंबई में अमित शाह (Amit Shah) से मुलाकात करेंगे। उल्लेखनीय हो कि दिलीप सानंदा पिछले कई दिनों से भाजपा में शामिल होने की राह पर हैं।
दरअसल दिलीप सानंदा दिवंगत विलासराव देशमुख के काफी करीबी माने जाते थे। लेकिन विलासराव देशमुख के मृत्यु के बाद से बोला जा रहा है कि पार्टी में उनके साथ दोयम दर्जे का व्यवहार किया जा रहा है। ऐसे में अब इस बात की चर्चा हो रही है कि इस वजह से वे कांग्रेस पार्टी पार्टी छोड़ सकते है।
ज्ञात हो कि 1999 में दिलीप सानंदा के खामगांव विधानसभा चुनाव लड़ने के बाद से वह 2009 तक लगातार कांग्रेस पार्टी के विधायक रहे हैं। लेकिन 2014 में भाजपा के आकाश फुंडकर ने उन्हें हरा दिया और 2019 में उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय किया।
इसके अतिरिक्त आपको यह भी बता दें कि राहुल गांधी की हिंदुस्तान जोड़ो यात्रा का पहला चरण बुलढाणा जिले से होकर गुजरा। कांग्रेस पार्टी नेताओं ने दिलीप सानंदा पर उस समय एक्टिव रूप से भाग नहीं लेने का भी इल्जाम लगाया। इसलिए इस बात की चर्चा जोरों पर है कि पिछले कुछ महीनों से पार्टी में एक्टिव नहीं रहने वाले दिलीप सानंद जल्द ही भाजपा में शामिल होंगे। ऐसे में अब देखना होगा कि कब दिलीप सानंद बीजेपी में शामिल होते हैं।