चुनाव 2024: इन राज्यों में हुई वोटों की बारिश
कुछ राज्यों में मतदान का हुआ बहिष्कार
उत्तर प्रदेश के मथुरा, राजस्थान के बांसवाड़ा और महाराष्ट्र के परभणी के कुछ गांवों में, मतदाताओं ने प्रारम्भ में मतदान का बहिष्कार किया, लेकिन बाद में ऑफिसरों ने उन्हें भाग लेने के लिए इंकार लिया. दूसरे चरण का मतदान सुबह 7 बजे प्रारम्भ हुआ और शाम 6 बजे खत्म हुआ, इस दौरान कई राज्यों में भयंकर गर्मी का सामना करना पड़ा. पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर हुआ था और पहले चरण में वोटिंग फीसदी कम रहा था. उत्तर प्रदेश में 2019 में इन्हीं सीटों पर हुए 62 फीसदी मतदान से 7 फीसदी कम मतदान हुआ.
केरल की सभी 20 सीटों, कर्नाटक की 28 में से 14 सीटों, राजस्थान की 13 सीटों, महाराष्ट्र और यूपी की 8-8 सीटों, मध्य प्रदेश की 6 सीटों, असम और बिहार की 5-5 सीटों, 3-3 सीटों पर मतदान हुआ. छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल में, और मणिपुर, त्रिपुरा और जम्मू और कश्मीर में 1-1 सीट पर कल मतदान हुआ.
बड़े राज्यों में कम, छोटे राज्यों में जमकर हुआ मतदान
शुक्रवार को दूसरे चरण में मतदान लगभग 63 फीसदी रहा, जो पिछले हफ्ते हुए पहले चरण में दर्ज किए गए 65 फीसदी और 2019 में दूसरे चरण के दौरान दर्ज किए गए 68 फीसदी से कम है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, त्रिपुरा में सबसे अधिक 79.46 प्रतिशत मतदान हुआ, उसके बाद मणिपुर में 77.32 प्रतिशत मतदान हुआ. यूपी में 54.85 फीसदी और बिहार में 55.08 फीसदी मतदान हुआ. त्रिपुरा पूर्व (एसटी) निर्वाचन क्षेत्र में मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ और दो मतदान केंद्रों पर 100 फीसदी से अधिक मतदान होने की सूचना है.
शुक्रवार को त्रिपुरा के मुख्य चुनाव अधिकारी के एक बयान के अनुसार, इसका कारण चुनाव ड्यूटी प्रमाणपत्र (ईडीसी) का इस्तेमाल था. मणिपुर में, जहां मतदान के दौरान सुरक्षाकर्मियों की भारी मौजूदगी देखी गई, वहां गौरतलब रूप से 77.32 फीसदी मतदान हुआ.
कहां कितनी हुई वोटिंग
केरल में मतदान फीसदी 70.21 प्रतिशत रहा। केरल में कांग्रेस पार्टी नेता राहुल गांधी के वायनाड लोकसभा क्षेत्र में मतदान 72.70 फीसदी दर्ज किया गया. मध्य प्रदेश में 57.88 प्रतिशत मतदान हुआ. इस चरण के दौरान असम के पांच संसदीय क्षेत्रों में 77,26,668 मतदाताओं में से लगभग 71.11 फीसदी ने वोट डाले. महाराष्ट्र की आठ सीटों पर 57.83 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि राजस्थान में यह 64.07 प्रतिशत तक पहुंच गया। बिहार में 55.08 फीसदी और जम्मू और कश्मीर में 71.91 फीसदी मतदान हुआ. पश्चिम बंगाल में 71.84 फीसदी मतदान हुआ. चुनाव आयोग को पश्चिम बंगाल में लगभग 300 शिकायतें मिलीं, जिनमें मुख्य रूप से ईवीएम में गड़बड़ी की कम्पलेन थी.
यूपी-बेंगलुरु में वोटिंग हुई कम
आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि उत्तर प्रदेश की गौतमबुद्ध नगर सीट पर 53.30 प्रतिशत मतदान हुआ. तुलनात्मक रूप से, चुनाव आयोग के आंकड़ों से पता चलता है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में 60.47 प्रतिशत, 2014 में 60.38 फीसदी और 2009 में 48 फीसदी मतदान हुआ था. बेंगलुरु के लगभग आधे मतदाताओं ने इस चरण में मतदान नहीं किया. शहर के तीन शहरी निर्वाचन क्षेत्रों – बेंगलुरु सेंट्रल, बेंगलुरु नॉर्थ और बेंगलुरु साउथ में मतदाताओं की भागीदारी काफी कम थी. इन निर्वाचन क्षेत्रों में बेंगलुरु सेंट्रल के लिए अनुमानित मतदान 52.81 प्रतिशत, बेंगलुरु उत्तर के लिए 54.42 फीसदी और बेंगलुरु दक्षिण के लिए 53.15 फीसदी था.