जीवन एक खेल है जिसकी जीत या हार हमारे हाथ में नहीं है लेकिन इसे खेलना जरूर हमारे हाथ में है. आत्मविश्वासी आदमी हार-जीत की चिंता किए बिना अपने दृढ़ आत्मविश्वास से यह खेल जीत जाता है.जीवन छोटी है लेकिन दुनिया में काम बहुत हैं.
ऐसे में दृढ़ निश्चयी व्यवहार से अपनी क्षमता को बढ़ाया जा सकता है. प्रकृति भी दृढ़ निश्चयी के लिए रास्ता बनाती है.कामयाबी उन्हीं को मिलती है जो बिना किसी शक के अपने लक्ष्य पर अटल रहते हैं. ये दूसरों की बातों को कम महत्व देकर अपने आत्मविश्वास को अहमियत देते हैं. आत्मविश्वास ही हमारे जीवन की नैया पार करने का आधार है. हम अपनी जांच शक्तियों से प्रत्येक स्थिति की समीक्षा कर सकते हैं.
हम अपनी बुराइयों को ढूंढकर उल्टाहालात से निकलने की योजना बना सकते हैं. हमारे पास शक्ति और संसाधनों की कमी नहीं है, कमी है मौजूद संसाधनों और शक्ति का आत्मविश्वास के साथ इस्तेमाल करने की क्षमता की. हकीकत तो यह है कि हमें अपनी क्षमताओं का पता ही नहीं है. उत्पादक शक्ति का नियम यह है कि किसी भी कार्य और उसे करने की हमारी प्रेरणा के बीच गहरा संबंध होता है. एक लोक कहावत है कि आत्मविश्वासी आदमी के लिए सब कुछ सरल है.
आस्था का साधन हमारा मन है और मन में स्थित हमारी आत्मशक्ति हमें ऊर्जा प्रदान करती है. ऐसे में हम दृढ़ संकल्प के साथ जो काम करेंगे वह जरूर सफल होगा. मनोविज्ञान भी कहता है कि हमें वही काम करना चाहिए जिसके लिए हमें अपनी क्षमता पर भरोसा हो.
जैसे यदि हम चिकित्सक और दवा पर भरोसा करें तो असर भी दोगुना होता है. इसी प्रकार आत्मविश्वास जागृत होने पर निर्बल एवं कमजोर प्राणी भी असंभव प्रतीत होने वाले कार्यों में सफल हो जाते हैं.आत्मशक्ति जितना ऊंचा होगा, आत्मा की अनंत शक्ति के साथ हमारा संबंध उतना ही गहरा होगा.