झारखंड में सचिव संजीव लाल के नौकर के ठिकानों पर ईडी ने की छापेमारी, मिला पैसों का पहाड़
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर एक तरफ जहां 7 मई को तीसरे चरण के लिए मतदान किया जाना है. वहीं दूसरी तरफ झारखंड में प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई की है. दरअसल पीएमएलए (प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) के अनुसार प्रवर्तन निदेशालय ने करीब आधा दर्जन से अधिक ठिकानों पर रेड्स की. सूत्रों के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय की ये कार्रवाई निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम और उनके करीबियों के ठिकानों पर की जा रही है. साथ ही कई राजनेताओं के ठिकानों पर पर प्रवर्तन निदेशालय ने रेड की है. बता दें कि झारखंड गवर्नमेंट के मंत्री आलम गिर के निजी सचिव संजीव लाल के घरेलू नौकर के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी की. इस छापेमारी में भारी संख्या में कैश बरामद हुआ है. बरामद नकदी की गिनती जारी है.
नोटों को गिनने के लिए मंगवाई गई मशीन
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी में मिले नोटों का संबंध झारखंड के मंत्री आलमगीर से कहा जा रहा है. नोटों गिने के लिए मशीनों को मंगवाया गया है. बता दें कि झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम से जुड़े आदमी के घर से प्रवर्तन निदेशालय ने भारी नकदी को बरामद किया है. अनुमान है कि बरामद नकदी करोड़ों में है. नोटों को गिनने के लिए बैंक कर्मचारियों और मशीनों को भी मंगवाया गया है. बता दें कि दो वर्ष पहले आज ही के दिन झारखंड में आईएएस पूजा सिंघल के यहां छापेमारी की गई थी. इस छापेमारी में 17 करोड़ रुपये बरामद किए गए थे. प्रवर्तन निदेशालय की टीम अभी रांची में एक ठिकाने पर छापेमारी कर रही है.
वीरेंद्र के राम मुद्दे में हुई छापेमारी
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय ने ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र के राम से जुड़े मुद्दे में छापेमारी की है. बता दें कि चीफ इंजीनियर वीरेंद्र के राम को फरवरी 2023 में मनी लॉन्ड्रिंग मुद्दे में अरैस्ट कर लिया गया था. दरअसल उनपर कुछ योजनाओं में उनके क्रियान्वयन में कथित तौर पर मनी लॉन्ड्रिंग तथा अनियमितता का इल्जाम था. इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय की टीम वीरेंद्र के राम तक पहुंची और उन्हें अरैस्ट किया गया. बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी में भारी मात्रा में मिले कैश के बाद कई लोग अरैस्ट किए जा सकते हैं.