अंतर्राष्ट्रीय

रूसी एयर स्पेस मिसाइल फोर्सेज ने ईरान की सुरक्षा के लिए बड़ी कर ली पूरी तैयारी

अरब से महाविनाशक संग्राम की आशंकाएं तेज हो गई हैं. अमेरिकी विदेश विभाग की रिपोर्ट है कि इजरायल ईरान पर धावा करने का फाइनल निर्णय ले चुका है. इजरायल पर तुरंत पलटवार के लिए ईरान ने भी एक हजार से अधिक मिसाइलें और ड्रोन तैनात कर लिए हैं. ईरान और इजरायल का युद्ध अब महाशक्तियों के विवाद का मोर्चा बन चुका है. रूस ने भी साफ कह दिया है कि यदि इजरायल के साथ नाटो है तो ईरान भी युद्ध में अकेला नहीं है. रूसी एयर स्पेस मिसाइल फोर्सेज ने ईरान की सुरक्षा के लिए बड़ी तैयारी पूरी कर ली है. नाटो राष्ट्रों की नेवा और वायुसेना स्पेशल अलर्ट पर है. कुल मिलाकर कहे तो ईरान और इजरायल की जंग विश्व युद्ध का एपिसेंटर भी बन सकती है. जब से यूक्रेन के साथ रूस का युद्ध प्रारम्भ हुआ है तभी से मॉस्को और तेहरान का गठबंधन बहुत अधिक मजबूत हुआ है. रूस को ईरानी ड्रोनों और मिसाइलों की सप्लाई रूकी नहीं है. अब इस नो लिमिट पार्टनरशिप में रूस की सहायता का चरण आ चुका है.

अमेरिका को रूस की चिट्ठी 

रूस के रक्षा मंत्री ने अमेरिका के विदेश मंत्रालय को एक चिट्ठी लिखी है. इसमें लिखा है कि यदि इजरायल ने ईरान पर हमले किए तो रूस भी इजरायल की जमीन पर धावा करेगा. डिप्लोमेसी की भाषा में इतने सपाट और सीधे बयान कभी नहीं दिए जाते हैं. मतलब साफ है कि ईरान पर हमले की सूरत में रूस भी अरब युद्ध में उतरने की तैयारी कर चुका है. अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट है कि पुतिन ने ईरान की रक्षा की शपथ उठा ली है.

पुतिन ने किया रायसी को फोन

ईरान के अभूतपूर्व ड्रोन और मिसाइल हमले के बाद अब इजरायल अपनी प्रतिक्रिया पर विचार कर रहा है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी को टेलीफोन किया है. पुतिन ने टेलीफोन पर रायसी से धैर्य बरतने का आह्वान किया है. सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरानी वाणिज्य दूतावास पर इजरायली हमले के बाद क्रेमलिन द्वारा रान द्वारा उठाए गए जवाबी कदम पर भी चर्चा की है. क्रेमलिन ने बोला कि पुतिन ने सभी पक्षों से ऐसी कार्रवाई से परहेज करने का आग्रह किया जिससे एक नया विवाद प्रारम्भ हो जाएगा जिसके मध्य पूर्व के लिए विध्वंसक रिज़ल्ट होंगे.

 सभी पक्ष मुनासिब धैर्य दिखाएंगे

दमिश्क में इजरायली हमले के उत्तर में ईरान ने शनिवार देर रात इजरायल पर सैकड़ों ड्रोन और मिसाइलें दागीं, जिसमें दो जनरलों सहित इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के सात अधिकारी मारे गए. पुतिन ने ईरान के हमले पर अपनी पहली सार्वजनिक रूप से प्रसारित टिप्पणी में बोला कि मध्य पूर्व में मौजूदा अस्थिरता का मूल कारण जारी इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष है. व्लादिमीर पुतिन ने आशा जताई कि सभी पक्ष मुनासिब धैर्य दिखाएंगे और पूरे क्षेत्र के लिए विध्वंसक परिणामों से भरे विवाद के एक नए दौर को रोकेंगे.

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