ये दो घरेलु रसायन दिमाग की सेहत पर डालता है ख़राब प्रभाव
यह मानव स्वास्थ्य को खराब करने वाले रसायनों के बारे में पिछले अध्ययन को जोड़ता है. 1,800 से अधिक सामान्य घरेलू रसायनों की जांच की गई. दो को दिमाग की स्वास्थ्य पर ख़राब असर डालने वाला पाया गया.
अध्ययन के मुताबिक ये रसायन Quaternary Ammonium Compounds (जिन्हें ‘क्वाट्स’ या क्यूएसी भी बोला जाता है) और ऑर्गनोफॉस्फेट फ्लेम रिटार्डेंट हैं जो नेचर न्यूरोसाइंस में प्रकाशित हुआ है.
क्वाट्स कई बॉडी वॉश, फैब्रिक सॉफ्टनर, शैंपू, सनस्क्रीन, बेबी वाइप्स, शेविंग क्रीम और कुछ कीटाणुनाशकों में पाए जाते हैं.
दूसरी ओर, ऑर्गनोफॉस्फेट फ्लेम रिटार्डेंट इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, निर्माण सामग्री और कुछ फर्नीचर फोम या प्लास्टिक में उपस्थित होते हैं.
शोधकर्ताओं ने बोला कि पूरे विश्व में लाखों लोगों को प्रभावित करने वाली तंत्रिका संबंधी समस्याओं में, सिर्फ़ कुछ मामलों को ही आनुवंशिकी के लिए उत्तरदायी ठहराया जा सकता है. इस बात का संकेत मिलता है कि अज्ञात पर्यावरणीय कारक न्यूरोलॉजिकल रोग के जरूरी कारक हैं.
ऑलिगोडेंड्रोसाइट्स मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी में पाए जाने वाली विशेष कोशिकाएं
होती हैं. उनका मुख्य काम माइलिन नामक एक सुरक्षा आवरण बनाना है जो तंत्रिका कोशिकाओं के चारों ओर लपेटता है, तारों के चारों ओर इन्सुलेशन की तरह.
यह माइलिन तंत्रिका कोशिकाओं को संदेशों को तेजी से और अधिक कुशलता से भेजने में सहायता करता है. तो, ऑलिगोडेंड्रोसाइट्स यह सुनिश्चित करने में जरूरी किरदार निभाते हैं कि आपका मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र ठीक से काम करें, तंत्रिका कोशिकाओं को कारगर ढंग से संचार करने में सहायता करें.
अध्ययन के प्रमुख अन्वेषक, पॉल टेसर, विद्यालय ऑफ मेडिसिन में इंस्टीट्यूट फॉर ग्लियल साइंसेज के निदेशक ने कहा, “ऑलिगोडेंड्रोसाइट्स के हानि से मल्टीपल स्केरोसिस और अन्य न्यूरोलॉजिकल बीमारियां होती हैं. अब हम दिखाते हैं कि उपभोक्ता उत्पादों में उपस्थित विशिष्ट रसायन सीधे ऑलिगोडेंड्रोसाइट्स को हानि पहुंचा सकते हैं, जो न्यूरोलॉजिकल रोग के लिए पहले से पहचाने जाने वाले जोखिम कारक का अगुवाई करते हैं.”
शोधकर्ताओं ने प्रयोगशाला में सेलुलर और ऑर्गनोइड सिस्टम का इस्तेमाल करके यह दिखाने के लिए किया कि Quaternary Ammonium Compounds ऑलिगोडेंड्रोसाइट्स को मरने का कारण बनते हैं, जबकि ऑर्गनोफॉस्फेट फ्लेम रिटार्डेंट ऑलिगोडेंड्रोसाइट्स के परिपक्वता को रोकते हैं.
उन्होंने दिखाया कि कैसे वही रसायन चूहों के विकासशील दिमाग में ऑलिगोडेंड्रोसाइट्स को हानि पहुंचाते हैं. शोधकर्ताओं ने बोला कि आगे के अध्ययन में वयस्कों और बच्चों के मस्तिष्क में रासायनिक स्तर को ट्रैक करना चाहिए ताकि रोग का कारण बनने या बिगड़ने के लिए जरूरी जोखिम की मात्रा और लंबाई निर्धारित की जा सके.