तुलसी की पत्तियां शरीर में स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल के स्तर को मेंटेन करने में करती हैं मदद
भारत में तुलसी के पौधे को इतना महत्व दिया गया है कि आंगन में लगाकर इसकी पूजा की जाती है। आयुर्वेद में तुलसी को औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
तुलसी के पत्ते और बीज दोनों ही स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद माने जाते हैं। बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के आयुर्वेद प्रोफेसर डाक्टर भुवाल राम बता रहे हैं तुलसी के लाभ और इसके प्रयोग का ठीक तरीका।
आमतौर पर तुलसी सफेद और काले रंग की होती है। सफेद के मुकाबले काली तुलसी को अधिक गुणकारी माना जाता है। तुलसी के आठ नाम ‘वृंदा, वृंदावनी, विश्वपूजिता, विश्वपावनी, पुष्पसारा, नन्दिनी, तुलसी और कृष्ण जीवनी’ का जाप करना शुभ माना जाता है।
इम्यूनिटी बढ़ाए
एंटीऑक्सीडेंट के गुणों से भरपूर तुलसी इम्यूनिटी बढ़ाती है और कई तरह के इंफेक्शन से बचाव करती है। तुलसी में पाए जाने वाले एंटीबायोटिक, एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुण सर्दी, खांसी,
बुखार में राहत देते हैं। ब्रोंकाइटिस, अस्थमा जैसी सांस की रोंगों में भी तुलसी का इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता है। सर्दी-खांसी होने पर तुलसी के पत्तों का रस, अदरक का रस, काली मिर्च का चूर्ण और शहद मिलाकर पीने से आराम मिलता है।
पेट के कीड़ों से राहत
बच्चों के पेट में अक्सर कीड़े होने की कम्पलेन रहती है। बड़े होने पर भी कई लोग के पेट के कीड़ों से परेशान रहते हैं। पेट के कीड़ों से राहत पाने के लिए तुलसी के 5 से 10 पत्ते गुड़ मिलाकर खाए जा सकते हैं।
यूटीआई का इलाज
यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) स्त्रियों और मर्दों को होने वाली एक आम परेशानी है, लेकिन स्त्रियों में इसका असर अधिक देखा जाता है। इसके उपचार के लिए भी आयुर्वेद में तुलसी का प्रयोग किया जाता है। यूटीआई की तरह ही मर्दों की स्पर्म से जुड़ी परेशानी प्रमेह के उपचार के लिए भी तुलसी के बीजों का प्रयोग किया जाता है।
तनाव से राहत
स्ट्रेस में तुलसी का काढ़ा या चाय में तुलसी की पत्तियां डालकर पीने से आराम मिलता है। तुलसी की पत्तियां शरीर में स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल के स्तर को मेंटेन करने में सहायता करती हैं।
वजन घटाए
मोटापे से परेशान हैं तो तुलसी की पत्तियां आपके काम आ सकती हैं। तुलसी शरीर से विषाक्त तत्वों को बाहर निकालती है और तुलसी पाचन में सहायता करती है।
मुंह की दुर्गंध दूर करे
तुलसी मुंह की दुर्गंध दूर करती है, दांत और मसूड़ों की तकलीफ में आराम पहुंचाती है, इसीलिए कई हर्बल टूथपेस्ट में तुलसी का प्रयोग किया जाता है। मुंह के छालों के उपचार में भी तुलसी का इस्तेमाल किया जाता है।
खूबसूरती निखारे
तुलसी के पत्ते के सेवन से त्वचा में निखार आता है। तुलसी के पत्ते खून में उपस्थित विषाक्त तत्वों को बाहर निकालकर खून की शुद्धि का काम करते हैं। तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल फेस पैक बनाने में भी किया जाता है। यह त्वचा की गहराई से सफाई करती है जिससे चेहरे का ग्लो बढ़ता है।
प्रेग्नेंट महिलाएं न खाएं तुलसी के पत्ते
प्रेग्नेंट स्त्री के लिए तुलसी के पत्तों का सेवन नुकसानदायक हो सकता है। तुलसी के पत्तों की तासीर गर्म होती है इसलिए गर्भवती स्त्रियों को तुलसी के पत्ते खाने से इंकार किया जाता है।
नोट: तुलसी के बीज या पत्तों का आवश्यकता से अधिक मात्रा में सेवन करने से लाभ के बजाय हानि भी हो सकता है। तुलसी के बीज या पत्तों का इस्तेमाल करने से पहले एक्सपर्ट की राय जरूर लें।