मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार
भाजपा ने घोषणापत्र में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार को लेकर भी प्रतिबद्धा जताई है. इसमें बोला गया है- वर्तमान में मानसिक स्वास्थ्य सर्वोच्च अहमियत के रूप में उभरा है. हम योग और ध्यान सहित अपने पारंपरिक तरीकों को सुदृढ़ करेंगे, साथ ही मानस और मनोदर्पण जैसी मेंटल हेल्थ सेवाओं का विस्तार भी करेंगे.
लंबे समय से मानसिक स्वास्थ्य को मेनिफेस्टो का हिस्सा बनाने को लेकर आवाज उठाने वाले भोपाल स्थित वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ सत्यकांत त्रिवेदी कहते हैं, गवर्नमेंट का ये बेहतर कदम है. लंबे समय देशभर के मनोचिकित्सक कोशिश कर रहे हैं कि मानसिक स्वास्थ्य सियासी दलों की भी अहमियत बने. जनसंख्या की दृष्टि से हिंदुस्तान काफी बड़ा राष्ट्र है, कोविड के बाद मानसिक स्वास्थ्य विकारों के मुद्दे काफी बढ़े हैं, ऐसे में इस दिशा में और कोशिश करने के साथ हैपिनेस इंडेक्स में सुधार के लिए भी कोशिश किया जाना बहुत महत्वपूर्ण है.