GDP : चालू वित्त वर्ष में 8 फीसदी की दर से बढ़ सकती है देश की इकोनॉमी
GDP news: चालू वित्त साल में राष्ट्र की इकोनॉमी 8 प्रतिशत की रेट से बढ़ सकती है। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने यह अनुमान जताया है। यदि ऐसा होता है तो यह केंद्र गवर्नमेंट के अग्रिम अनुमान 7.6 फीसदी से कहीं अधिक होगी।
क्या बोला शक्तिकांत दास ने: ईटीनाउ को दिए एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा, ”मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं होगा कि वित्त साल 2024 में हिंदुस्तान की जीडीपी वृद्धि 7.6% से अधिक होगी, यह 8% के करीब हो सकती है।” मौद्रिक नीति समिति की फरवरी की बैठक के दौरान किए गए पूर्वानुमान की पुष्टि करते हुए शक्तिकांत दास ने कहा- मेरा मानना है कि हिंदुस्तान की इकोनॉमी वित्त साल 2025 में भी 7 फीसदी की रेट से बढ़ सकती है।
आरबीआई गवर्नर की प्रतिक्रिया इसलिए भी अहम है क्योंकि वित्त साल 2024 की तीसरी तिमाही के आंकड़ों ने हर अनुमान को गलत ठहराया है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार भारतीय अर्थव्यवस्था इस तिमाही में 8.4 फीसदी की रेट से बढ़ी है। यह विश्लेषकों की 6.6 फीसदी की वृद्धि की आशा से बेहतर है।
महंगाई पर क्या बोले: आरबीआई गवर्नर ने बोला कि महंगाई रेट की चिंताओं का भी जिक्र किया। उन्होंने बोला कि जनवरी 2024 में महंगाई रेट घटकर 5.1 प्रतिशत पर आ गई लेकिन चिंताएं अभी भी बनी हुई हैं। ये हमारे 4 प्रतिशत के लक्ष्य से अभी 110 बेसिस प्वाइंट दूर है।आरबीआई का लक्ष्य महंगाई रेट को 4 प्रतिशत तक लाना है।
फिनटेक के विरुद्ध नहीं आरबीआई
दिग्गज फिनटेक फर्म पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर की गई कार्रवाई को लेकर आरबीआई (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा- आरबीआई किसी भी फिनटेक के विरुद्ध नहीं है। आरबीआई सिर्फ़ फिनटेक को विकसित करना चाहता है। पेटीएम पेमेंट्स बैंक के संदर्भ में शक्तिकांत दास ने कहा- मेरा मानना है कि 15 मार्च तक का दिया गया समय पर्याप्त है। बता दें कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर रिजर्व बैंक ने कई कठोर पाबंदियां लगा दी हैं। इसके साथ ही 15 मार्च के बाद बैंक की ज्यादातर सर्विसेज बंद हो जाएंगी।