सीवान के पूर्व सांसद और भाजपा नेता ओमप्रकाश यादव की बिगड़ी तबीयत
सीवान के पूर्व सांसद और बीजेपी नेता ओमप्रकाश यादव की तबीयत बिगड़ गई। आननफानन परिजनों ने सीवान सदर हॉस्पिटल पहुंचाया। यहां डॉक्टरों ने स्थिति गंभीर देखते हुए पटना रेफर कर दिया है। उनकी हालत गंभीर है। पटन में उनका उपचार चल रहा है। परिजनों ने बोलना है कि ओमप्रकाश यादव दिल्ली किसी काम से गए हुए थे। शुक्रवार को 1:45 बजे संपर्क क्रांति एक्सप्रेस पकड़ कर सीवान आ रहे थे। रास्ते में उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। देवरिया में वह ट्रेन में ही बेहोश हो गए। ट्रेन जैसे ही सीवान पहुंची, उन्हें फौरन सदर हॉस्पिटल भर्ती कराया गया। यहां प्राथमिक इलाज के बाद डॉक्टरों ने पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल रेफर कर दिया है।
इन मामलों में शहाबुद्दीन के विरोधी के तौर पर सामने आए
परिजनों का बोलना है कि ओम प्रकाश यादव बार-बार बेहोश हो रहे हैं। उनका पहले हार्ट का ऑपरेशन भी हो चुका है। इसकी वजह से पिछले वह कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे।
यह वही ओमप्रकाश यादव हैं, जिन्होंने सीवान के चंदा बाबू की दोनों बेटों की मर्डर और पत्रकार राजदेव रंजन हत्या मुकदमा में खुलकर बाहुबली पूर्व सांसद और दिवंगत मो। शहाबुद्दीन का विरोध किया था। सीवान में इन्हें शहाबुद्दीन का सबसे बड़ा विरोधी बोला जाता था। ओम प्रकाश यादव 2009 में अपने दम पर सीवान लोकसभा सीट से जीत हासिल की थी। उस समय वो निर्दलीय खड़े हुए थे। इसके बाद 2014 में बीजेपी के टिकट पर जीत हासिल की। हालांकि, 2019 में एनडीए गठबंधन की वजह से जदयू की उम्मीदवार कविता सिंह को टिकट मिला था। अभी कविता सिंह ही सीवान से सांसद है। ओम प्रकाश यादव ने भी कविता सिंह का समर्थन किया था।
पिछले वर्ष यह बयान देकर चर्चा में आए थे ओमप्रकाश यादव
हालांकि, पिछले वर्ष यानी 2022 में ओमप्रकाश यादव ने तब फिर चर्चा में आए थे, जब उन्होंने MLC चुनाव में एनडीए की ओर से मनोज सिंह या उनकी पत्नी को टिकट देने की बात चल रही थी। इसके बाद पूर्व सांसद ने इसका विरोध किया था। बोला था कि मनोज सिंह को क्रिमिनल करार दे दिया था। इतना ही यह इल्जाम लगाया था कि दिवंगत मो। शहाबुद्दीन के साथ मनोज सिंह AK 47 लेकर चलते थे। इसलिए मनोज सिंह को यदि टिकट मिला तो विरोध होगा।