लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्र नेताओं की प्रतिमा की बदहाली का एक वीडियो हुआ वायरल
लखनऊ यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ भवन परिसर में शहीद छात्रनेताओं की प्रतिमा के बीच गंदगी का ढेर
LU यानी लखनऊ यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ भवन परिसर में लगी विद्यार्थी नेताओं की प्रतिमा की बदहाली का एक वीडियो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में प्रतिमाओं के आस पास भारी गंदगी के साथ कूड़े का ढेर लगा दिखा।
वीडियो वायरल होते ही यूनिवर्सिटी में खलबली मच गया। इस बीच आनन फानन में पूरे स्थल की साफ सफाई कराई गई और कूड़े को हटा दिया गया। बाद में गंदगी हटने के बाद साफ सफाई के बाद एक अन्य फोटो भी वायरल की गई।
प्रतिमाओं के बीच में गंदगी का ढ़ेर
दरअसल यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ भवन के पीछे लाइन से LU के अनेक बड़े पूर्व विद्यार्थी नेताओं की मूर्ति स्थापित हैं। इनमें कई शहीद छात्रनेता भी हैं। इन मूर्तियों के बीच भारी गंदगी थी। बड़े-बड़े कचरे के पैकेट भी उपस्थित थे।वायरल हुए वीडियो के बैकग्राउंड में यूनिवर्सिटी के गौरवशाली अतीत के साथ बदहाली की प्रबंध की बात भी कही जा रही हैं।
2005 के बाद से नही हुए इलेक्शन
वीडियो में बोला गया कि लखनऊ यूनिवर्सिटी का पहला निर्वाचित छात्रसंघ वर्ष 1940-41 में रहा। पहले छात्रसंघ के जूनियर लाइब्रेरियन के रूप में निर्वाचित हुए डाक्टर शंकर दयाल शर्मा आगे चलकर राष्ट्र के राष्ट्रपति बने। आजादी की लड़ाई से लेकर यहां के विद्यार्थियों का अनेक क्षेत्रों और अवसरों पर अहम सहयोग रहा हैं। कई ऐसे विद्यार्थी नेता भी रहे जिन्होंने छात्रहित से जुड़े मुद्दों पर वीरगति दी हैं। ये गंदगी उन शहीद विद्यार्थी नेताओं का अपमान हैं। यूनिवर्सिटी प्रशासन को उत्तरदायी लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
तत्काल करें कार्रवाई
LU शिक्षक रहे और छात्रसंघ पूर्व अध्यक्ष नीरज जैन ने कहा कि पहले यह पता करना चाहिए कि छात्रसंघ भवन में गंदगी आई बोला से? भवन में कैंटीन संचालित कही वहा से तो कूड़ा नही फेका जा रहा हैं या फिर एसबीआई की ब्रांच या फिर एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट की गंदगी हैं। यह भी देखना पड़ेगा कही रोड की तरफ से तो कूड़ा नही भेक दिया जा रहा हैं। छात्रसंघ भवन पर चौकीदार सहित अन्य कर्मचारी की तैनाती हैं उनके रहते कैसे यह बदहाली हुई, ये गंभीर प्रश्न हैं। छात्रसंघ चुनाव न होने के कारण इस भवन की जिम्मेदारी चीफ प्रॉक्टर पर हैं। उन्हें तुरन्त कार्रवाई करनी चाहिए।