यूपी के इस गांव में शादी करने से लोग कतराते हैं जिसकी वजह जान आप रह जाएंगे दंग
जनपद का एक गांव ऐसा भी है, जहां लड़के-लड़कियों की विवाह के संबंध नहीं मिलते। आप दंग हो गए न कि आखिर बात क्या है।।?दरअसल,विकासखंड तालग्राम क्षेत्र में एक गांव ऐसा है जो बीते 10 वर्षों से विकास की आस में है। गांव में समस्याओं के अंबार लगे हुए हैं। मूलभूत सुविधाओं से जूझ रहा गांव अपनी पहचान खो चुका है। दशकों से गांव की कीचड़ युक्त सड़क से गांव वालों को रोजाना बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यहां की एक प्रमुख सड़क ऐसी है जो कि शहरी क्षेत्र को सीधे जोड़ती है। लेकिन इस सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे हैं। आलम यह है कि सड़क के कारण गांव में संबंध करने से लोग कतराने लगे हैं।
तालग्राम विकास खंड के पुखरावां गांव के लोग दशकों से विकास के आस में आज भी क्षेत्रीय प्रशासन से आशा लगाए बैठे हैं कि उनके गांव में भी विकास होगा। गांव में विकास के नाम पर सिर्फ़ दिखावा ही हुआ है। ग्रामीण ने कहा कि तालग्राम तापुर से अकरमाबाद गांव होते हुए ग्राम माधव नगर के लिए संपर्क मार्ग गया है। करीब 10 वर्ष पहले गांव के संपर्क मार्ग का निर्माण कराया गया था। अब सड़क बदहाली से ग्रामीणों को परेशानी हो रही है। वहीं जगदीश चंद्र बताते हैं कि बात शादियों की हो या फिर स्त्रियों के प्रसव की… ये दोनों परेशानी एक नासूर की तरह पिछले 10 वर्षों से इस गांव में बढ़ती जा रही है। रोड न होने के कारण यह परेशानी लगातार बढ़ रही है।
सड़क के कारण गांव में नहीं होते रिश्ते
पुखरावा गांव के सुनील कश्यप, ब्रह्मानंद, रामकिशन, कुलदीप ने कहा कि तालग्राम से इंदरगढ़ जाने वाली सड़क से उनके गांव होते हुए माधव नगर गांव को जोड़ने वाला संपर्क मार्ग निकला है। दोनों गांव को जोड़ने वाला यह संपर्क मार्ग की लंबाई करीब 4 किलोमीटर की है जो कि दशकों से खस्ता हालत में है। ना सड़क का पता ना ही नाली का… चारों तरफ गड्ढों में कीचड़ भरा हुआ है। गांव के संपर्क मार्ग खस्ताहाल देखकर लोग गांव में संबंध लेकर नहीं आते हैं जो लोग विवाह के संबंध के लिए आते हैं वह गांव की दुर्दशा देखकर भाग जाते हैं।
क्या कहे अधिकारी
वहीं मुद्दे पर वीडियो मनोज गुप्ता बताते हैं कि गांव को जोड़ने वाले संपर्क मार्ग उनके कार्य क्षेत्र अधिकार में नहीं आते हैं। ग्रामीण सड़क का कार्य पीडब्ल्यूडी विभाग के भीतर आता है। संबंधित अधिकारी को पत्राचार करके इस परेशानी से अवगत कराया जाएगा और जल्द ही ग्रामीणों को इस बड़ी परेशानी से मुक्ति मिलेगी।