चेतना चिंतन बैठक में क्षत्रिय समाज से जुड़े लोग जमकर गरजे
मेरठ। तरराष्ट्रीय जाट संसद के बाद मेरठ में रविवार को क्षत्रिय समाज की बड़ी बैठक हुई। मेरठ और सहारनपुर मंडल स्तरीय चेतना चिंतन बैठक में क्षत्रिय समाज से जुड़े लोग जमकर गरजे। बोला गया कि क्षत्रिय समाज के लोग संविधान के दायरे में रहकर अपना अधिकार मांगते हैं। संगीत सोम ने बतौर मुख्य मेहमान संबोधन में अलग वेस्ट उत्तर प्रदेश की मांग पर भी जमकर गरजे। उन्होंने बोला कि किसी भी सूरत में पश्चिमी यूपी अलग नहीं बनने देंगे। पश्चिम यूपी को दिल्ली से जोड़ा जाए।
बैठक में विभिन्न विधानसभाओं से क्षत्रिय समाज के लोग पहुंचे हुए थे। ख़ासतौर से सरधना विधानसभा से क्षत्रिय समाज से जुड़े हुए लोग पहुंचे और सभी ने एक सुर में समाज की सियासी हिस्सेदारी की मांग उठाई। मिशन 2024 को लेकर भी इस चिंतन बैठक में आवाज़ बुलंद की गई। क्षत्रिय समाज के लोगों ने आनें वाले लोकसभा चुनाव में भी समाज का ख्याल रखने की भी बात कही। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले ही मेरठ में अखिल भारतीय जाट महासभा हुई। उसके बाद इंटरनेशनल जाट पार्लियामेंट आयोजित हुआ और अब ठाकुर समाज की बड़ी बैठक। साफ है कि मिशन 2024 जीत करने के लिए भाजपा माइक्रो प्लानिंग पर काम कर रही है और जाति की ऐसी बैठकें टीम को और मज़बूत करने की बड़ी कड़ी है। आने वाले दिनों में ऐसी बैठकें विभिन्न जातियों की और देखने को मिल सकती हैं। ख़ासतौर पर अऩुसूचित जाति से जुड़ी हुए सम्मेलन भी होते हुए नज़र आएंगे।
इधर मेरठ में आज क्षत्रिय चेतना चिंतन बैठक के मंच पर बीजेपी के फायर ब्रांड नेता संगीत सोम ने बड़ा बयान दिया है। संगीत सोम ने बोला कि हमास के आतंकवादी इजराइल में उत्पात मचाए हुए हैं। यहां हमास के समर्थन में जो लोग नारेबाजी कर रहे हैं क्या वह हिंदुस्तान में नया हमास खड़ा करना चाहते हैं? उन्होंने बोला कि AMU जैसी संस्था पर ताला डाल देना चाहिए। ऐसी संस्थाएं आतंकवाद का अड्डा बन रही है। संगीत ने बोला कि जब मनमोहन गवर्नमेंट होती थी पूरे राष्ट्र में बम फोड़े जाते थे। यदि नरेंद्र मोदी की गवर्नमेंट न होती तो हमास के लोग यहां भी बम फोड़ रहे होते।
संगीत ने एक समुदाय विशेष पर टिप्पणी करते हुए बोला कि सब्जी ठेले वालों से रुपया लेकर जो रसीद काटी जाती है वह रुपया कहां जाता है? क्या हिंदुस्तान में भी ऐसे रुपए का इस्तेमाल कर हमास तो नहीं खड़ा किया जा रहा? एजेंसियों को इस बात की जांच करनी चाहिए। उन्होंने समुदाय विशेष के दुकानदारों का बहिष्कार भी करने की भी बात कही।