Meerut : कॉल स्पूफिंग से धमकाने वाले चिनहट से हुए अरेस्ट
उत्तरप्रदेश,एसटीएफ, सीएम का निजी सचिव का नाम लेकर ऑफिसरों को कॉल करने वाले चाचा-भतीजे को चिनहट से अरैस्ट किया है। सीएम के साथ पीडब्ल्यूडी और ऊर्जा विभाग के मंत्री के निजी सचिव का नाम लेकर लोगों को टेलीफोन किया था। वीओआईपी तकनीक का इस्तेमाल करते थे आरोपी।
एसएसपी एसटीएफ विशाल विक्रम सिंह ने कहा कि चिनहट कमता तिराहे के पास से अयोध्या रौनाही निवासी अन्वेश तिवारी को उसके चाचा और पूर्व ग्राम प्रधान कप्तान तिवारी के साथ पकड़ा गया। अन्वेश ने अयोध्या के डाक्टर राम मनोहर लोहिया विवि से साल 18 में एमसीए किया था। जिसके बाद काफी समय तक फ्रीलांस साफ्टवेयर डेवलपर के तौर पर काम करता रहा। इस दौरान करीब तीन हजार साफ्टवेयर अन्वेश ने तैयार कर क्लाइंटों को दिए थे। साल 22 में अन्वेश को ही सबसे पहले इंडीकॉल एप का पता चला था, जिसके जरिए कॉल स्पूफिंग की जाती है। यह बात अन्वेश ने पूर्व ग्राम प्रधान कप्तान तिवारी को बताई थी।
पूछताछ में पता चला कि कप्तान तिवारी ग्राम प्रधान रह चुका है। साल 23 में आरोपी ने भतीजे अन्वेश से पहली बाद एसडीएम सोहावल को इंडीकॉल से टेलीफोन मिलवाया था। मुख्यमंत्री के निजी सचिव का नम्बर दिख रहा था। बरेली में केस समाप्त कराने को आरोपी अन्वेश ने इंस्पेक्टर इज्जतनगर को टेलीफोन कर दबाव बनाया था।