अमेठी के इस पुस्तकालय में स्टूडेंट्स को सभी तरह की सुविधाएं दी जाती हैं मुफ्त
अमेठी। हर आदमी का अपना एक लक्ष्य निर्धारित होता है। कोई गरीबों की सहायता करता है तो कोई जरूरतमंदों का सहारा बनता है। कोई समाज में रहकर अच्छे कार्य करके नाम कमाता है। कुछ ऐसी कहानी है अमेठी के एक साहित्यकार के बेटे अनुपम पांडे की, जो गरीब बच्चों को नि:शुल्क किताबें मौजूद कराते हैं। इस कार्य से उन्होंने अपनी पहचान एक समाजसेवी के रूप में बना ली है और आज हर कोई उनकी प्रशंसा करता है।
अनुपम पांडे अमेठी के गौरीगंज के रहने वाले हैं। उन्होंने गौरीगंज के जामो रोड पर एक पुस्तकालय खोला है, जहां इतिहास, भूगोल, संस्कृत समेत अनेक विषयों की किताबें रखी हैं। पुस्तकालय में बच्चों को सही पानी के साथ बैठने के लिए बेंच की प्रबंध है। साथ ही समय-समय पर उनका पूरा ध्यान रखा जाता है। उन्हें जिस पुस्तक की आवश्यकता होती है। वह उन्हें मौजूद कराई जाती है और आज हर बच्चा इन्हीं के, पुस्तकालय में आकर अपनी पढ़ाई कर रहा है और आगे बढ़ रहा है।
सभी तरह की सुविधाएं निःशुल्क दी जाती हैं
अनुपम ने कहा कि हमारा उद्देश्य बचपन से लोगों के बीच रहकर उनकी सेवा करना था। पहले पिता ने इस पुस्तकालय की देखरेख की अब हम इस पुस्तकालय की देखरेख कर रहे हैं। कोई भी बच्चा पढ़ाई के अभाव में आगे न बढ़ सके, हम यह नहीं चाहते। हम चाहते हैं कि हर बच्चा आगे बढ़े। इसलिए हमने इस पुस्तकालय में सभी सुविधाएं मौजूद कराईं। हम यहां बच्चों को पढ़ाई की हर सुविधा मौजूद कराने का काम करतें हैं, जो किताबें नहीं होती हैं, वह यहां हम मौजूद कराने का काम करते हैं।
महंगाई के दौर में संजीवनी है लाइब्रेरी
पुस्कालय में पढ़ाई कर रहे विद्यार्थी वैभव तिवारी ने बोला कि यहां पर हमे सभी सुविधाएं मिलती हैं। हमें सब प्रबंध नि:शुल्क मिलती हैं। किसी भी पुस्तकों की आवश्यकता हमें होती है तो हमें वह मिल जाती है। यहां की सुविधाएं बहुत अच्छी हैं।